पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की फाइल फोटो
नंदनघाट (पश्चिम बंगाल): हिन्दुत्व कार्ड खेलकर पश्चिम बंगाल में शांतिपूर्ण माहौल को खराब करने का आरोप भाजपा पर लगाते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भगवा दल को साम्प्रदायिक राजनीति के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा कि उनके प्रदेश में इसका कोई फायदा नहीं मिलेगा।
ममता ने कहा, 'अपनी साम्प्रदायिक राजनीति के तहत साम्प्रदायिक तनाव और दंगे कराने के लिए बीजेपी बाहर से अपना 'कट्टर हिन्दुत्ववाद' ला रही है। हम साम्प्रदायिक तनाव या दंगे नहीं चाहते हैं। हम शांतिपूर्ण वातावरण में साथ रहना चाहते हैं।'
'राज्य की शांति से दिल्ली को जलन हो रही है'
बर्धवान जिले के पूर्बस्थली में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, 'हिन्दुत्व कार्ड खेलकर जो लोग बंगाल को साम्प्रदायिक आधार पर बांटना चाहते हैं, जनता उन्हें समुचित उत्तर देगी। बीजेपी को यहां साम्प्रदायिक तनाव और दंगे फैलाने का कोई मौका नहीं मिलेगा।' प्रदेश की जनता से अन्य सभी को हराने और तृणमूल कांग्रेस के पक्ष में वोट डालने का अनुरोध करते हुए उन्होंने कहा, 'पश्चिम बंगाल की शांति से दिल्ली को जलन हो रही है, इसलिए वह इतने चरणों में विधानसभा चुनाव करा रहे हैं। माकपा, कांग्रेस और भाजपा कभी भी बंगाल में शांति नहीं चाहते।' बंगाल में सीपीएम-कांग्रेस गठबंधन की आलोचना करते हुए ममता ने कहा कि दोनों दल असुरक्षा की भावना से ग्रस्त हैं और एक-दूसरे के सहारे अपने अस्तित्व के लिए लड़ रहे हैं।
सीपीएम की पीठ पर सवार संकटग्रस्त कांग्रेस
ममता ने कहा, 'पहचान के संकट से जूझ रही कांग्रेस, अब सीपीएम की पीठ पर सवारी कर रही है। लेकिन यह उनकी स्थिति सुधारने में मदद नहीं करेगा। साथ ही बंगाल में मार्क्सवादियों के लिए कोई सूर्योदय नहीं होना है, उन्होंने नंदीग्राम में अपने शासन का सूर्यास्त देखा है।' उन्होंने कहा, 'पश्चिम बंगाल वामपंथियों की 34 साल के शासन के कारण रिण की भंवर में है। उन्होंने प्रदेश को बर्बाद कर दिया। पूर्ववर्ती वाम मोर्चा की सरकार से विरासत के रूप में मिले कर्ज के बोझ को अब हम चुका रहे हैं।' ममता ने कहा कि उनकी सरकार पैसों की भारी कमी और केंद्र के असहयोग के बावजूद सभी विकास कार्य कर रही है।
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