कोलकाता: पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण में शनिवार को 78.25 फीसदी मतदान हुआ, जबकि 186 लोग चुनावी कदाचार और छिटपुट हिंसा की घटनाओं के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए। हिंसा में कम से कम 15 लोग घायल हो गए।
पश्चिम बंगाल के चुनाव प्रभारी उपचुनाव आयुक्त संदीप सक्सेना ने नई दिल्ली में मीडिया को बताया कि मतदान अधिकारियों से प्राप्त एसएमएस आधारित सूचना के आधार पर इस पांचवे चरण में शाम पांच बजे तक 78.25 फीसदी मतदान हुआ।
2011 के मुकाबले कम हुआ मतदान
उन्होंने बताया कि शनिवार को हुगली जिले, कोलकाता दक्षिण जिले, दक्षिण 24 परगना जिले में मतदान हुआ। साल 2011 के विधानसभा चुनाव में इन तीनों जिलों में 82.77 फीसदी मतदान हुआ था। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में इन क्षेत्रों में 80.22 फीसदी वोट पड़े थे। वैसे शनिवार के मतदान का अंतिम आंकड़ा रविवार तक ज्ञात हो पाएगा।
सतगछिया निर्वाचन क्षेत्र से तृणमूल उम्मीदवार सोनाली गुहा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। उन पर आरोप है कि उन्होंने अपने चुनावी एजेंटों को विपक्षी उम्मीदवार के मतदाताओं को भगाने का निर्देश देकर मतदाताओं को डराया धमकाया।
केंद्रीय बलों के कर्मियों से भिड़ीं तृणमूल उम्मीदवार सोनाली
सुबह कैमरे पर विधानसभा उपाध्यक्ष गुहा को अपने निर्वाचन क्षेत्र में फोन से अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को माकपा के चुनावी एजेंटों को मारपीट कर भगाने का आदेश देते हुए कथित रूप से पकड़ा गया। उन्हें जब मतदान केंद्र के अंदर जाने से रोका गया, तब वह केंद्रीय बलों के कर्मियों के साथ गरमागरम बहस करती हुई नजर आईं। उनके खिलाफ चुनाव प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने, जनसेवक के आदेश को नहीं मानने और आपराधिक धौंसपट्टी दिखाने के आरोप हैं।
पश्चिम बंगाल के निर्वाचन अधिकारी सुनील गुप्ता ने बताया कि आरामबाग और तारकेश्वर के दो पीठीसीन अधिकारियों के खिलाफ भी प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं, क्योंकि उन्हें कथित रूप से मतदाताओं को वोट देने में मदद करते हुए और मतदान केंद्रों पर अनधिकृत प्रवेश की इजाजत देते हुए पाया गया। चुनाव कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि दिन में चुनाव आयोग को 2970 शिकायतें मिलीं जिनमें से 2846 का शाम छह बजे तक निवारण किया गया।
दक्षिण कोलकाता में सबसे कम मतदान
हुगली जिले में 78.98 प्रतिशत, दक्षिणी 24 परगना में 79.69 प्रतिशत और कोलकाता दक्षिण में सबसे कम 63.10 प्रतिशत मतदान हुआ। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोलकाता दक्षिण में ही भवानीपुर सीट से चुनाव लड़ रही हैं।
ममता के अलावा शनिवार के चरण में प्रमुख उम्मीदवार उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगी फिरहाद हकीम, पार्थ चट्टोपाध्याय, सुब्रत मुखर्जी और कोलकाता के महापौर शोभान चटर्जी हैं।
कोलकाता में 6 देसी बम भी मिले
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) अनुज शर्मा ने बताया कि 186 गिरफ्तारियों में से नौ विशेष मामले थे, जबकि बाकी एहतियाती गिरफ्तारियां थीं। उन्होंने बताया कि कोलकाता के केयातला और इकबालपुर इलाकों में छह देसी बम मिले। दिन के दौरान 192 ईवीएम और 19 वीवीपीएटी काम ठीक से नहीं करने के चलते बदले गए।
आरामबाग निर्वाचन क्षेत्र में इस बात की शिकायतें आयीं कि कोडोई हाई स्कूल में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने माकपा के चुनावी एजेंटों को तीन मतदान केंद्रों के अंदर नहीं जाने दिया।
स्थिति तब सामान्य हुई जब सेक्टर ऑफिसर को त्वरित कार्रवाई टीमों के साथ भेजा गया। चुनाव अधिकारियों ने कहा कि बाद में मतदान सुचारू ढंग से चला। खानाकुल में मतदान केंद्र पर 50 महिला मतदाताओं को अंदर जाने से कथित रूप से रोकने पर एक व्यक्ति को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
तृणमूल समर्थकों की माकपा कार्यकर्ताओं से झड़प
मेतियाब्रूज में माकपा और तृणमूल समर्थकों के बीच झड़प हो गई, जिसके बाद उड़न दस्ते को मौके पर भेजा गया। वैसे किसी के घायल होने की खबर नहीं है। पुलिस के अनुसार बरूईपुर में पांच तृणमूल कार्यकर्ता झड़प में घायल हो गए। उनमें दो को हाथ और कमर में गोलियां लगी। इस घटना के सिलसिले में छह व्यक्ति हिरासत में लिए गए हैं।
दक्षिण 24 परगना के भांगड़ से दो झड़पों की खबर है जिसमें पांच लोग घायल हो गए। पुलिस के अनुसार बसंती निर्वाचन क्षेत्र के भंगांवखली गांव में एक मतदान केंद्र पर आरएसपी के चार कार्यकर्ता तृणमूल कांग्रेस समर्थकों के साथ झड़प में घायल हो गए। तृणमूल समर्थकों ने उन्हें कथित तौर पर मतदान करने से रोका था। कई अन्य हिंसक घटनाओं की भी खबर है।
इस चरण में 43 महिला उम्मीदवार
शनिवार के चुनाव में 43 महिलाओं सहित कुल 349 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इस चरण में करीब 1.2 करोड़ मतदाता और 14,500 मतदान केंद्र थे।
इस चुनाव का मुख्य आकर्षण भवानीपुर निर्वाचन क्षेत्र था, जहां से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व केंद्रीय मंत्री दीपा दासमुंशी से है। अन्य उम्मीदवार बीजेपी के प्रत्याशी चंद्र कुमार बोस हैं जो नेताजी सुभाषचंद्र बोस के पोते हैं।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)