पहले चरण के तहत समस्तीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, भागलपुर, बांका, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, नवादा और जमुई जिलों के 49 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान हुआ।
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी आर लक्ष्मणन ने बताया कि शांतिपूर्ण और निष्पक्ष ढंग से जारी इस मतदान में अपराह्न चार बजे तक 52.12 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया है।
समस्तीपुर जिले में 52.52 प्रतिशत, बेगूसराय में 52.60 प्रतिशत, खगड़िया में 61.32 प्रतिशत, भागलपुर में 48.57 प्रतिशत, बांका में 51.43 प्रतिशत, मुंगेर में 54.71 प्रतिशत, लखीसराय में 47.40 प्रतिशत, शेखपुरा में 53.06 प्रतिशत, नवादा में 46.91 प्रतिशत और जमुई जिले में 56.85 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया है।
नक्सल प्रभावित इलाके में पड़ने वाले नौ विधानसभा क्षेत्र जहां 3 बजे मतदान समाप्त हो गया, उनमें शामिल तारापुर विधानसभा क्षेत्र में 53 प्रतिशत, जमालपुर में 54.5 प्रतिशत, सूर्यगढ़ा में 50 प्रतिशत, रजौली में 49 प्रतिशत, गोविंदपुर में 52 प्रतिशत, सिकंदरा में 55 प्रतिशत, जमुई में 59.5 प्रतिशत, झाझा में 55.1 प्रतिशत और चकाई में मतदान का प्रतिशत 58 रहा।
नक्सल प्रभावित चार अन्य विधानसभा क्षेत्र जहां अपराहन 4 बजे मतदान समाप्त हो गया उनमें शामिल अलौली में 61 प्रतिशत, बेलदौर में 61.5 प्रतिशत, कटोरिया में 58.18 प्रतिशत और बेलहर में मतदान का प्रतिशत 49.29 रहा। बाकी अन्य विधानसभा क्षेत्रों में मतदान शाम पांच बजे समाप्त हो गया।
इस बीच, मुंगेर जिले में अपने दस्ते के साथ चुनावी गश्त कर रहे सीआरपीएफ कमांडेंट पी.के. मिश्र और उनके अंगरक्षक जवान मंटू कुमार सुबह एक सड़क हादसे में घायल हो गए।
मुंगेर के सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती मिश्र ने बताया धरहरा-कुंवरपुर मार्ग से गुजरते समय उनकी मोटरसाइकिल अचानक सामने आ गए एक पशु को बचाने की कोशिश में अनियंत्रित होकर पलट गयी जिससे वह और उनके अंगरक्षक जवान मंटू कुमार घायल हो गए।
मतदान के लिए सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है। पहले चरण में राज्य के 10 जिलों समस्तीपुर, बेगूसराय, खगडि़या, भागलपुर, बांका, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, नवादा और जमूई के कुल 49 विधानसभा क्षेत्रों में वोट डाले जा रहे हैं, जिसके लिए कुल 586 उम्मीदवार मैदान में हैं। ज़्यादातर विधानसभा क्षेत्रों में वोटिंग सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक होगी, जबकि कुछ विधानसभा क्षेत्रों में वोटिंग का समय शाम चार बजे और शाम 3 बजे तक रहेगा।
दरअसल, इस बार राजनीतिक समीकरणों पहले के मुकाबले बिल्कुल नए हैं। पहली बार लालू यादव और नीतीश कुमार एक साथ विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं, तो दूसरी तरफ ये चुनाव सीधे तौर पर पीएम बनाम सीएम की प्रतिष्ठा से जुड़ गया है।
पीएम ने की ज्यादा मतदान की अपील
मतदाताओं पर एक नज़र- कुल मतदाता - 1,35,72,339
- सामान्य मतदाता - 1,35,55,260
- सेवा मतदाता- 17,079
- पुरुष मतदाता - 72,37,253
- महिला मतदाता - 63,17,602
- ट्रांस जेंडर - 405
मतदान केंद्रों पर नज़र- मतदान केंद्र -13,212
- संवेदनशील मतदान केंद्र - 7384
- नक्सल प्रभावित इलाकों में वोटिंग सेंटर - 2255
- मतदान के लिए कुल कंट्रोल यूनिट - 13,212
- बैलेट यूनिट - 14413
- वीवीपैट्स -2,141
उम्मीदवारों पर नज़र- बीजेपी- 27 उम्मीदवार,
- भाकपा - 25
- जेडीयू - 24
- आरजेडी - 17
- एलजेपी - 13
- माकपा - 12
- कांग्रेस - 8
- राष्ट्रीय लोक समता पार्टी- 6
- एनसीपी -6
- निबंधित एवं गैर निबंधित दलों के उम्मीदवार - 210
- निर्दलीय प्रत्याशी - 194
सुरक्षा में डेढ़ लाख सुरक्षाकर्मी और ड्रोन तैनात
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी आर. लक्ष्मणन ने बताया, 'मतदान को शांतिपूर्ण संपन्न कराए जाने तथा सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था के लिए अर्धसैनिक बलों के साथ कुल 1,55,073 सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है। इनमें केंद्रीय अर्धसैनिक बल और राज्य पुलिसकर्मी शामिल हैं। चुनावी इलाके पर नजर रखने और हवाई निगरानी के लिए पांच हेलिकॉप्टर और ड्रोन की सेवा लिए जाने के साथ पहाड़ी इलाके में निगरानी के लिए 50 पुलिस बल की तैनात किए गए हैं। दियारा इलाके में 33 मोटरबोट के जरिए गश्ती की जा रही है। लक्ष्मणन ने बताया, 'चुनाव प्रक्रिया पर पैनी नजर बनाए रखने तथा निष्पक्ष ढंग से चुनाव संपन्न कराए जाने के लिए 49 सामान्य पर्यवेक्षक, 18 एक्पेंडिंग आब्जर्वर, दस-दस पुलिस एवं जागरुकता पर्यवेक्षक एवं 2600 माइक्रो आब्जर्वर की तैनाती के साथ 935 वीडियो कैमरे, 339 एंड्रॉयड मोबाइल, 576 लाइव वेब कास्टिंग की व्यवस्था की गई है। मतदान के लिए बनाए गए 13,212 मतदान केंद्रों पर 63624 मतदानकर्मियों की तैनाती की गई है।
583 उम्मीदवारों में 54 महिलाएं
पहले चरण में भाग्य आजमा रहे 583 उम्मीदवारों में 54 महिलाएं हैं। समस्तीपुर, मोरवा, मोहिद्दीनगर, रोसडा, बछवाड़ा, बेगूसराय, खगड़िया, परबत्ता, बिहपुर, अमरपुर, धोरैया, कटोरिया, गोविंदपुर और चकाई में एक से अधिक महिला उम्मीदवार हैं।
नक्सल प्रभावित इलाकों में सुबह 7 से दोपहर 3 बजे तक वोटिंग
लक्ष्मणन ने बताया कि नक्सल प्रभावित इलाकों और सुरक्षा के मद्देनजर तारापुर, जमालपुर, सूर्यगढ़ा, रजौली, गोविंदपुर, सिकंदरा, जमुई, झाझा और चकाई में मतदान का समय सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे और अलौली, बेलदौर, कटोरिया और बेलहर में मतदान का समय सुबह 7 बजे से दोपहर 4 बजे तक तथा बाकी अन्य विधानसभा क्षेत्रों में मतदान का समय सुबह 7 बजे से दोपहर 4 बजे तक निर्धारित किया गया है।चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद की अगुवाई में बड़े नेताओं ने अपने-अपने गठबंधन के उम्मीदवारों के पक्ष में जोरदार प्रचार किया और रैलियां संबोधित की।
लखीसराय सबसे बड़ा और बरबिघा सबसे छोटा विस क्षेत्र
मतदाताओं के दृष्टिकोण से इन 49 विधानसभा क्षेत्रों में लखीसराय विधानसभा क्षेत्र सबसे बड़ा और बरबिघा सबसे छोटा विधानसभा क्षेत्र है। क्षेत्रफल के दृष्टिकोण से इन 49 विधानसभा क्षेत्रों में चकाई सबसे बड़ा और भागलपुर विधानसभा क्षेत्र सबसे छोटा है। लक्ष्मणन ने बताया कि समस्तीपुर जिला के मोरवा और मोहिद्दीनगर विधानसभा क्षेत्रों में सबसे अधिक और नवादा जिला के वारसलिगंज में सबसे कम उम्मीदवार हैं। बिहार में बीएसपी का कोई खास जनाधार नहीं है, लेकिन इस पार्टी ने पहले चरण की इन 49 सीटों पर सबसे अधिक 41 पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं।
बिहार में 12 अक्टूबर से पांच नवंबर के बीच पांच चरणों में चुनाव होना है। सभी चरणों के चुनाव की मतगणना आठ नवंबर को होगी। 243 सदस्यीय मौजूदा बिहार विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर को समाप्त हो रहा है।
(इनपुट भाषा से भी)