'शैतान' को प्रवेश करने के लिए 'लालू' का ही शरीर मिला : पीएम मोदी का तंज

'शैतान' को प्रवेश करने के लिए 'लालू' का ही शरीर मिला : पीएम मोदी का तंज

चुनावी रैली में पीएम मोदी

मुंगेर-बेगूसराय:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव  पर गुरुवार को तीखा हमला बोलते हुए कहा कि उनकी ‘हिंदुओं के भी गौमांस खाने वाली टिप्पणी’ यदुवंशियों के लिए ‘घोर अपमान’ की बात है। पीएम मोदी के इस बयान को लेकर उन पर चुनाव को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश करने के आरोप लगे।

दादरी में कथित रूप से गौमांस खाने की अफवाहों पर एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दिए जाने के मामले में अपनी चुप्पी को लेकर चारों तरफ से आलोचनाओं से घिरे पीएम मोदी ने लालू की गौमांस संबंधी टिप्पणी पर उन पर लगातार निशाना साधा और इसे यदुवंशियों तथा बिहार का अपमान बताया।

क्या यह यादवों और बिहार का अपमान नहीं है?
मुंगेर, बेगूसराय और समस्तीपुर में चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘वह यह सब क्या कह रहे हैं। यादव क्या खाते हैं? लालू जिस ओहदे पर पहुंचे, वह इन यदुवंशियों की वजह से ही है और उन्होंने यदुवंशियों का अपमान किया। आप उन्हें किस तरह की गाली दे रहे हैं। क्या यह यादवों और बिहार का अपमान नहीं है? यदुवंशियों का इतना अपमान मत कीजिए। लालूजी इन यदुवंशियों ने आपको सत्ता में आने में मदद की।’

उन्होंने लालू की इस सफाई पर भी निशाना साधा कि उन्होंने शैतान के प्रभाव में यह गौमांस वाला बयान दिया था।

शैतान को प्रवेश करने के लिए उनका (लालू) ही शरीर मिला
पीएम मोदी ने कहा, ‘मुझे हैरानी है कि शैतान को प्रवेश करने के लिए उनका (लालू) ही शरीर मिला। मैं जानना चाहता हूं कि शैतान को उनका (लालू का) पता कैसे मिला? शैतान को पूरे बिहार, भारत और पूरी दुनिया में उन्हें छोड़कर किसी और का शरीर नहीं मिला। और उन्होंने भी शैतान का ऐसे स्वागत किया जैसे कोई अपने रिश्तेदारों का करता है।’

लालू के गौमांस वाले बयान पर पीएम मोदी की बार-बार टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसे चुनावों को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश बताया।

लालू गौमांस संबंधी अपनी टिप्पणी से छुटकारा नहीं पा सकते
पीएम मोदी ने कहा कि लालू गौमांस संबंधी अपनी टिप्पणी से छुटकारा नहीं पा सकते। उन्होंने कहा, ‘बिहार के लोगों को पता लगाना होगा कि शैतान केवल लालू के पास ही क्यों आया? उनकी ऐसी क्या बुरी आदतें थीं जिनके कारण ऐसा हुआ। क्या बिहार में ऐसे लोगों के लिए हमारे पास जगह है?’ उन्होंने कहा, ‘अभी तक हम इंसानों (राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी) से लड़ते आए हैं। अब एक शैतान एक मानव शरीर में प्रवेश कर गया है जो हमारे पीछे पड़ा है।’

दादरी कांड के बाद विवादास्पद टिप्पणी करने वाले राजद प्रमुख ने तुरंत अपनी बात से पलटते हुए कहा था कि शायद किसी कमजोर क्षण में उनकी जुबान पर शैतान का कब्जा हो गया था।

इस टिप्पणी ने महागठबंधन में बेचैनी फैला दी थी क्योंकि नेताओं का मानना था कि इससे भाजपा को अपने पक्ष में मतों का ध्रुवीकरण करने में मदद मिल सकती है। मुस्लिम-यादव जोड़ द्वारा समस्याएं पैदा करने की आशंकाओं के बीच भाजपा की अगुवाई वाली राजग समुदाय में राजद प्रमुख के प्रभाव को रोकना चाहता है।

‘सच्ची यदुवंशी परंपरा’ का पालन नहीं करता
गुजरात में भगवान कृष्ण के द्वारका से संबंध होने का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने लालू यादव को एक ऐसा नेता बताया जो ‘सच्ची यदुवंशी परंपरा’ का पालन नहीं करता। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्होंने न केवल यादवों को बल्कि बिहार में हर किसी को अपमानित किया है।

पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं गुजरात की धरती से आता हूं। द्वारका भगवान कृष्ण की धरती है जहां लोग गायों की पूजा करते हैं। वे सफेद क्रांति लेकर आए। जहां तक यदुवंशियों की सच्ची परंपरा का पालन करने का सवाल है, इसका पालन वहां किया जाता है। और यहां नेता यदुवंशियों का इस प्रकार अपमान कर रहे हैं। ये उन्हें किस प्रकार की गालियां दे रहे हैं?’  

जदयू-राजद और कांग्रेस का महागठबंधन,  ‘महास्वार्थगठबंधन’है
जदयू-राजद और कांग्रेस के महागठबंधन को ‘महास्वार्थगठबंधन’ करार देते हुए पीएम मोदी ने मतदाताओं से इसे नकारने को कहा। उन्होंने साथ ही कहा कि इन्होंने राज्य में 60 साल तक शासन किया और वे इसके पिछड़ेपन के लिए जिम्मेदार हैं।

भाजपा के विकास राज के लिए वोट दें
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘अब समय आ गया है कि लोग भाजपा के विकास राज के लिए वोट दें। यह चुनाव जंगलराज और विकासराज के बीच की जंग है।’ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ डीएनए संबंधी टिप्पणी के जरिए बिहार के लोगों का कथित अपमान करने को लेकर महागठबंधन के निशाने पर आए पीएम मोदी ने लालू की गौमांस संबंधी टिप्पणी को बार-बार न केवल पूरे यादव समुदाय के लिए बल्कि पूरे बिहार के लिए अपमान के तौर पर पेश करने का प्रयास किया।

पीएम मोदी ने साथ ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लालू पर हमला करने के लिए आज जयप्रकाश नारायण की पुण्यतिथि के मौके को भी भुनाने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि जिन्होंने कभी समाजवादी नेता (जयप्रकाश नारायण) का जय गान गाया था उन्होंने अब उस कांग्रेस से हाथ मिला लिया जिसने आपातकाल के दौरान जेपी को जेल में बंद कराया था।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस अपनी खुद की प्रासंगिकता खोने के बाद जदयू और राजद से हाथ मिलाकर बिहार की राजनीति में ‘पिछले दरवाजे से’ घुसना चाहती है। उन्होंने लालू और नीतीश दोनों पर जेपी को लेकर उनकी प्रतिबद्धता पर सवाल किया जिन्होंने ताउम्र कांग्रेस के खिलाफ संघर्ष किया था।

पीएम मोदी ने कहा, ‘कांग्रेस ने आपातकाल लगाया और जेपी को जेल में डाला जहां वह बीमार पड़ गए और इस कारण उनका निधन हो गया। उसी कांग्रेस के साथ खड़े होकर वे अब भाजपा को गाली दे रहे हैं।’ कांग्रेस ने राज्य में 35 साल, उसके बाद राजद ने 15 साल और जदयू ने दस साल राज किया।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि नीतीश जंगलराज के खात्मे के वादे के साथ सत्ता में आए थे।‘

जंगलराज-2 के लिए लालू से नीतीश ने हाथ मिलाया
अब उन्होंने जंगलराज-2 लाने के लिए लालू से हाथ मिला लिया है। इस बड़े भाई और छोटे भाई के बीच क्या रिश्ता है, बिहार को बर्बाद करने वाले तीन दल एक साथ आ गए हैं।’ उन्होंने कहा कि भाजपा की रैलियों में दिख रही भारी भीड़ तीनों पार्टियों का सफाया कर देगी।

आरएसएस अध्यक्ष मोहन भागवत की आरक्षण नीति की समीक्षा संबंधी मांग को लेकर लगातार महागठबंधन का हमला झेल रहे पीएम मोदी ने बिहार के चुनाव को जाति मुद्दे से इतर लड़ाई के तौर पर पेश करने और युवाओं तक पहुंचने की कोशिश की।

उन्होंने कहा, ‘‘राजनीतिक पंडित बिहार को लेकर अपनी सोच बदलने पर मजबूर हो जाएंगे। पहली बार यह (चुनाव) जाति के विचारों से इतर (लड़ा जाएगा) होगा। यह युवा और विकास के मुद्दे पर लड़ा जाएगा। यह अब मुख्य मुद्दे होंगे।’ पिछले साल आम चुनाव में बिहार के युवा वर्ग ने भाजपा नेतृत्व वाले राजग के लिए बड़ी संख्या में वोट डाले थे जिसके कारण गठबंधन को बिहार में भारी जीत मिली और उसने राज्य की 40 में से 31 लोकसभा सीटों पर कब्जा किया।

ऐसा माना जा रहा है कि अगर चुनाव में जाति का कारक हावी होता है तो इससे जदयू, राजद और कांग्रेस के महागठबंधन को फायदा होगा। इसलिए भाजपा मोदी को बदलाव के प्रतीक के तौर पर पेश कर युवाओं तक पहुंच रही है। प्रसिद्ध हिन्दी कवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ की तरफ इशारा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि बदलाव चाहने वाले बिहार के युवाओं ने उनके शब्दों ‘सिंहासन खाली करो, जनता आती है’ को गंभीरता से ले लिया है।

60 सालों तक राज्य को बर्बाद किया
पीएम मोदी ने कहा, ‘जिन लोगों ने 60 सालों तक राज्य को बर्बाद किया क्या उन्हें फिर से सत्ता में आने की अनुमति दी जानी चाहिए? यदि राज्य में विकास और रोजगार सृजित करना है तो जंगल राज को बिहार में एक और मौका नहीं मिलना चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘आइए जयप्रकार नारायण, श्रीकृष्ण सिंह (बिहार के पहले मुख्यमंत्री) और रामधारी सिंह दिनकर को याद करें और बिहार में विकास राज लाने की कसम खाएं।’

पीएम मोदी ने कहा कि लालू आज भी वही डायलॉग बोल रहे हैं जो वे 15 साल पहले बोलते थे। एक ही अलग काम हुआ है कि वह अगले मोर्चे पर अपने दोनों बेटों को ले आए हैं।

अपनी सरकार द्वारा केवल रइसों के हितों के लिए काम करने संबंधी विपक्ष की आलोचना को खारिज करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार की योजनाएं गरीबों के उत्थान के लिए बनी हैं न कि अमीरों के लिए।

अपहरण एक उद्योग बन गया था
प्रधानमंत्री ने लालू के शासन में राज्य में अपराध दर की तरफ संकेत करते हुए कहा, ‘अपहरण एक उद्योग बन गया था। लोग उत्सवों के दौरान भी सूर्यास्त के बाद बाहर नहीं निकलते थे। कोई भी इस डर से नया वाहन नहीं खरीदता था कि उसे गुंडे छीन लेंगे।’

प्रधानमंत्री ने साफ तौर पर नीतीश और लालू के साथ आने के बाद इस तरह की घटनाएं बढ़ने की तरफ इशारा करते हुए कहा, ‘बिहार सरकार के आंकड़े बताते हैं कि जनवरी और जुलाई के बीच अपहरण की 4,000 घटनाएं हुई हैं।’ उन्होंने कहा, ‘आप जंगलराज चाहते हैं या विकास.. युवा और जल बिहार की मुख्य संपदा हैं। लेकिन दोनों का ही दुरूपयोग किया गया और विकास के लिए इस्तेमाल नहीं किया गया। हमें एक मौका दीजिए और बड़ी संख्या में मतदान कीजिए। सुनिश्चित कीजिए कि कोई ‘शैतान’ वापस नहीं आए, बड़ी संख्या में वोट डालिए।’

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पीएम मोदी ने केंद्र द्वारा बिहार के लिए घोषित किए गए 1.65 लाख करोड़ रुपये के पैकेज की तरफ संकेत करते हुए राज्य सरकार पर इसके कार्यान्वयन में बाधाएं पैदा करने का आरोप लगाया और कहा, ‘लेकिन लोग ऐसा नहीं होने देंगे क्योंकि वे विकास चाहते हैं।’