सार्वजनिक क्षेत्र के सबसे बड़े ऋण प्रदाता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) के अध्यक्ष प्रतीप चौधरी ने शनिवार को कहा कि बैंक को विदेशी कारोबार से होने वाली आय दबाव में है।
पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही के दौरान बैंक की बिना कमाई वाली संपत्ति (एनपीए) का स्तर तीसरी तिमाही की तुलना में कम रहा।
पांचवें आईसीसी बैंकिंग सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे चौधरी ने संवाददाताओं के साथ हुई एक अलग बातचीत में कहा, "विदेशी कारोबार में हमारी आय दबाव में है। हम इस बात की समीक्षा करना चाहेंगे कि विदेशी कारोबार में हमारा आरओई (भागीदारी पर लाभ) क्या है और घरेलू कारोबार में आरओई क्या है। मेरा मोटा अनुमान है कि घरेलू कारोबार आरओई उल्लेखनीय रूप से विदेशी कारोबार के मुकाबले कहीं ज्यादा है।"
एसबीआई प्रमुख ने कहा, "इसलिए विदेशों में दर्जा-1 (पूंजी) में और राशि लगाना ज्यादा लाभदायक नहीं है, लेकिन विदेश में दर्जा-2 बंधों में पैसा बढ़ाना कहीं ज्यादा उपयोगी, उत्पादक और प्रभावी रहेगा।"
वर्तमान में सरकारी क्षेत्र की इस अग्रणी बैंक की विदेशों में 185 शाखाएं हैं।
चौधरी ने यह भी संकेत दिया कि बैंक की विदेशों में शाखाएं कम करने की कोई योजना नहीं है।