व्हार्टन भारत आर्थिक मंच पर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन को रद्द किए जाने के विरोध में शिवसेना के नेता सुरेश प्रभु ने अपनी वार्टन यात्रा रद्द कर दी है।
प्रभु ने कहा, ‘‘व्हार्टन ने खुद उन्हें (मोदी को) आमंत्रित किया था। मोदी ने नहीं कहा था कि उन्हें निमंत्रण दिया जाए। और अगर आप उस निमंत्रण को रद्द कर रहे हैं तो मुझे लगता है कि यह सिर्फ गुजरात के मुख्यमंत्री का ही नहीं बल्कि पूरे देश का अपमान है। वार्टन यात्रा रद्द करने की वजह के बारे में प्रभु ने कहा, मैं दुनियाभर के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में एक नियमित वक्ता रहा हूं, फिर वह चाहे अमेरिका हो या जापान, सिंगापुर हो या मध्यपूर्व।
उन्होंने कहा, यह (मोदी का निमंत्रण रद्द) फैसला हास्यास्पद है। मोदी ने यह निमंत्रण नहीं मांगा था। वह लोकतांत्रिक रूप से चुने गए नेता हैं और तीन बार मुख्यमंत्री रहे हैं। मोदी ऐसे नहीं हैं, जो किसी की मदद से ऊपर उठे हों। वह चुनाव आयोग द्वारा कराए गए चुनावों में लोगों द्वारा चुने जाने पर उनके प्रतिनिधि बनकर आए हैं।
उन्होंने कहा, विश्वविद्यालय एक ऐसी जगह होनी चाहिए जहां विभिन्न विचारों पर बहस हो। इस तरह का फैसला समझ से बाहर है, खासकर तब जबकि वह एक अमेरिकी विश्वविद्यालय द्वारा लिया गया हो। प्रभु ने कहा, गुजरात भारत का अग्रणी विकसित और औद्योगिक राज्य है। सभी उद्यमी गुजरात आ रहे हैं, फिर वे चाहे टाटा हों या अंबानी या फिर कोई अन्य वैश्विक उद्यमी नेता।