‘स्पीक एशिया’ ऑनलाइन मार्केटिंग घोटाले में कथित रूप से मुख्य साजिशकर्ता राम निवास पाल को दिल्ली पुलिस ने बेंगलुरू में गिरफ्तार किया है। इस मामले में एक सप्ताह में यह दूसरी गिरफ्तारी है।
भारतीय वायुसेना में एयरमैन राम निवास पाल को 2004 में नौकरी से बर्खास्त किया गया था। राम निवास पाल और उसके भाई राम सुमिरन पाल को 2,200 करोड़ रुपये के घोटाले में मुख्य सरगना माना जा रहा है। इस घोटाले में 24 लाख भारतीयों को चूना लगाया गया है। राम सुमिरन पाल को 25 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) रविंद्र यादव ने बताया कि उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर निवासी राम निवास पाल (40) वित्तीय घोटाले में मुख्य आरोपी है। उसे बेंगलुरू के वाइटफील्ड रोड से गिरफ्तार किया गया। उसके भाई राम सुमिरन के साथ पूछताछ के दौरान राम निवास के ठिकाने के बारे में जानकारी मिली थी।
वह बेंगलुरू में एक अलग नाम अभय सिंह चंडेल के नाम से रह रहा था और पहचान छिपाने के लिए उसने अपना रूप बदला हुआ था।
यादव ने कहा, ‘वह इस घोटाले में मुख्य साजिशकर्ता तथा योजना बनाने वाला है। उसने मनोज कुमार शर्मा व अपने छोटे भाई राम सुमिरन पाल के साथ कई कंपनियां भी बनाई थीं जिससे लाखों लोगों के साथ धोखाधड़ी की जा सके।
पिछले कई महीने से वह फरार था। इस दौरान राम निवास पाल दिल्ली, लखनऊ व बेंगलुरू में रहा। उसने अपनी पहचान छिपाने के लिए लगातार हुलिया बदला। यहां तक कि वह अपने रिश्तेदारों के संपर्क में भी नहीं था उसे पूरा विश्वास था वह पकड़ा नहीं जाएगा।