व्यापार सुगमता पर सरकार के जोर के बीच केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को कहा कि वे इस बात पर शर्मिंदा महसूस कर रहे हैं कि उनके खुद के मंत्रालय को स्वचालित पार्किंग जगह की मंजूरियों के लिए नौ महीने इंतजार करना पड़ा।
वेंकैया नायडू ने समयसीमा तय करने का वादा किया
इस परियोजना को लेकर बहुत इच्छुक रहे गडकरी ने संसद भवन के निकट परिवहन भवन में इस परियोजना की नींव रखी और वे मंजूरी में देरी को लेकर नाराजगी जताई। इस पर शहरी विकास मंत्री वैंकेया नायडू ने इस तरह की सभी मंजूरियों प्रदान करने के लिए एक महीने की समयसीमा तय करने का वादा किया।
सरकारी एजेंसी होने के बावजूद मंजूरी में नौ महीने लगे
नायडू ने कहा कि व्यापार सुगमता को वास्तविकता में बदलने के लिए मंजूरियों को सुगम बनाना भी उतना ही महत्वपूर्ण है और सरकार इसको लेकर बहुत गंभीर है। गडकरी ने कहा कि स्वचालित पार्किंग प्लाजा का उद्घाटन संभवत: प्रधानमंत्री करेंगे और कहा कि जब भी प्रधानमंत्री ने इसकी प्रगति के बारे में जानना चाहा तो वे शर्मिंदा महसूस करते। उन्होंने कहा कि सरकारी एजेंसी होने के बावजूद राजमार्ग मंत्रालय को विभिन्न मंत्रालयों से मंजूरियां हासिल करने में नौ महीने लगे।
सारी मंजूरियां 30 दिन में देने की योजना
नायडू ने कहा, एक परियोजना को मंजूरी में नौ महीने लगे, इसके निर्माण में नौ महीने और लगेंगे। एक तरफ तो हम व्यापार सुगमता की बात करते हैं दूसरी ओर मंजूरी में सुगमता भी उतना ही महत्वपूर्ण है। हमारी (विभिन्न मंत्रालयों के साथ) कई बैठकें हुई हैं और आखिर में हमने एक योजना बनाई है कि सारी मंजूरियां 30 दिन में दे दी जाएं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में वाहनों की भीड़ बड़ी समस्या है और गडकरी के नवोन्मेषी विचार से अन्य मंत्रालयों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)