राजकोषीय स्थिति को मजबूत करने को लेकर गंभीर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने विपक्षी रिपब्लिकन सांसदों को बताया कि वह वित्तीय संकट टालने के लिए समझौता करने को तैयार हैं, लेकिन वह धनी व्यक्तियों पर ऊंचा कर लगाने के मुद्दे पर नहीं झुकेंगे।
हाल ही में हुए राष्ट्रपति चुनाव में दोबारा चुने गए ओबामा ने साफ किया कि धनी अमेरिकियों को अधिक कर चुकाना होगा, जबकि मध्यम वर्ग के लोगों के लिए कर रियायतें जारी रहेंगी।
अगर बजट एवं कर समाधान पर 31 दिसंबर तक सहमति नहीं बनती तो ओबामा के समक्ष अपने दूसरे कार्यकाल में 600 अरब डॉलर की स्वत: कर वृद्धि रोकने और खर्चे में कटौती रोकने की चुनौती होगी।
उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में कहा, हमारे सामने एक स्पष्ट समय सीमा है, जिसमें हमें साल के अंत तक रोजगार सृजन, कर एवं घाटे पर कुछ बड़े निर्णय करने होंगे.. जैसा कि मैं पहले ही कह चुका हूं, मैं समझौते के लिए और नए विचारों को अपनाने के लिए हूं। दोबारा राष्ट्रपति चुने जाने के बाद अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में ओबामा ने विश्वास जताया कि अमेरिकी कांग्रेस 1 जनवरी को तथाकथित ‘बढ़ते राजकोषीय घाटे’ से बचने के लिए एक समझौते पर पहुंचने में समर्थ होगी।