सार्वजनिक क्षेत्र का केनरा बैंक सोने के बदले ऋण योजना को सरल बनाएगा। इसके तहत स्वर्ण ऋण योजना को नए रूप में पेश किया जाएगा। इससे सोने के बदले बैंक से कर्ज लेना उतना ही आसान होगा जितना कि किसी छोटे कारोबारी या निजी वित्तीय कंपनियों से होता है।
बैंक के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक राजीव किशोर दुबे ने कहा, सोने के एवज में कर्ज की शर्तें किसी निजी कंपनी के मुकाबले ज्यादा आसान और ग्राहकों के लिए अनुकूल होंगी। उन्होंने कहा कि साथ ही बैंक की संपत्ति के एवज में कर्ज को भी नए रूप में पेश करने की योजना है। इन दोनों ऋण योजनाओं को अभी अंतिम मंजूरी नहीं मिली है।
दुबे ने कहा, हमारी इन दोनों ऋण को खास क्षेत्रों में पायलट परियोजना के आधार पर शुरू करने की योजना है। चरणबद्ध तरीके से इसे अन्य क्षेत्रों में शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बैंक की आने वाले वर्ष में 5,000 कर्मचारियों की नियुक्ति की योजना है। बैंक अपनी शाखाओं की संख्या मौजूदा 3,676 से बढ़ाकर 5,000 करने की योजना है और इसके लिए उसे कर्मचारियों की जरूरत है।