चंडीगढ़ शताब्दी ऐसी पहली ट्रेन होगी, जिसमें 'अनुभूति' डिब्बे लगेंगे, जो इस श्रेणी में सफर करने वालों की यात्रा को बहुत आरामदेह और सुहाना बनाएगा। यह विशेष एयरकंडीशन लग्जरी श्रेणी का डिब्बा है, जिस बारे में इस साल रेल बजट में घोषणा की गई है। रेलवे को अक्टूबर तक रायबरेली कोच फैक्टरी से 10 अत्याधुनिक एसी डिब्बे प्राप्त होंगे।
रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, हम चंडीगढ़ शताब्दी के साथ 'अनुभूति' का परीक्षण शुरू करेंगे और इसके बाद जयपुर शताब्दी में इसे लगाया जाएगा। बाद में, सभी शताब्दी ट्रेनों में चरणबद्ध तरीके से अनुभूति डिब्बे लगाए जाएंगे। अनुभूति की सीटें काफी आरामदेह होंगी।
इसमें एलसीडी स्क्रीन, उत्कृष्ट शौचालय और विश्व स्तरीय आंतरिक साज-सज्जा है, जिस पर 2.80 करोड़ रुपये का खर्च आने का अनुमान है, जबकि फिलहाल एक एलएचबी डिब्बे के निर्माण में ढाई करोड़ रुपये का खर्च आता है। उन्होंने बताया कि इसी तर्ज पर एक एक राजधानी ट्रेन को भी 'अनुभूति' डिब्बे के परीक्षण के लिए चुना जाएगा। इसे बाद में सभी 23 राजधानी ट्रेनों में लगाया जाएगा। आगे चलकर धीरे-धीरे मेल एवं एक्सप्रेस ट्रेनों में इसे लगाया जाएगा।
शताब्दी ट्रेन की एसी-1 एग्जक्यूटिव श्रेणी में 56 सीटें होती हैं, वहीं 'अनुभूति' में स्वचालित द्वार होंगे। इसमें करीब 50 सीटें होंगी। इस नए डिब्बे के किराये के बारे में उन्होंने कहा कि शताब्दी ट्रेन के एसी-1 श्रेणी के किराये की तुलना में इसका किराया अधिक होगा।