शेयर बाजार विशेषज्ञों ने कहा है कि सप्ताह के दौरान भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा, औद्योगिक उत्पादन आंकड़े और विदेशी निवेशकों के रुख चालू सप्ताह में बाजार की दिशा पर असर डालेंगे। इससे बाजार में काफी उतार-चढ़ाव आने की संभावना है।
उन्होंने कहा कि जनवरी मार्च तिमाही के कंपनियों के कार्य परिणाम और 7 अप्रैल को भारतीय रिजर्व बैंक की नीतिगत समीक्षा बैठक बाजार के लिए नए उत्प्रेरक साबित हो सकते हैं।
रिलायंस सिक्युरिटीज के शोध प्रमुख हितेष अग्रवाल ने कहा, हमें रिजर्व बैंक की अप्रैल की मौद्रिक नीति समीक्षा में यथास्थिति बने रहने की उम्मीद है, क्योंकि वे आगे कोई कदम उठाने से पहले मुद्रास्फीति आंकड़ों के बारे में और पुष्टि करना चाहेंगे। सप्ताह के दौरान 7 अप्रैल को रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति आनी है और आईआईपी आंकड़े 10 अप्रैल को जारी किए जाएंगे।
बाजार के लिहाज से कंपनियों के तिमाही कार्यपरिणामों की घोषणा भी अहम होगी। इनकी शुरुआत प्रमुख आईटी कंपनी इंफोसिस के तिमाही परिणामों से होगी, जो अपने वित्तवर्ष 2015 के कार्यपरिणामों की घोषणा 24 अप्रैल को करेगी। इसके अलावा डॉलर के मुकाबले रुपये का उतार-चढ़ाव और कच्चे तेल की कीमतें भी कारोबार पर असर डालेंगी।