ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने भारत और ब्रिटेन के बीच ‘विशेष संबंध’ पर जोर देते हुए कहा कि यह भविष्य में असीम संभावनाओं के लिए जरूरी है।
मुंबई में ब्रिटेन की कंपनी यूनिलीवर की भारतीय इकाई हिंदुस्तान यूनिलीवर के कर्मचारियों के साथ बातचीत के दौरान कैमरन ने कहा, ‘‘मैं चाहता हूं कि ब्रिटेन और भारत के बीच विशेष रिश्ते हों.. ये रिश्ते भविष्य के लिए हों ना कि अतीत के बारे में।’’ तीन दिन की भारत यात्रा पर सोमवार को पहुंचे कैमरन ने भारत को सदी की महान ताकत बताते हुए कहा कि इस देश की जबरदस्त आर्थिक वृद्धि के बल पर यह 2030 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं अब तक का एक सबसे बड़ा प्रतिनिधिमंडल लेकर भारत आया हूं। आपकी विविधता की महान ताकत और आपकी अर्थव्यवस्था की जबरदस्त क्षमता आपको 2030 तक शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में शुमार करने जा रही है।’’
कैमरन ने कहा, ‘‘आप दुनिया में सबसे बड़ा लोकतंत्र हैं और हमारा देश सबसे पुराने लोकतंत्र वाला देश है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपने साथ प्रीमियम लीग लेकर आया हूं जिसमें शीर्ष विश्वविद्यालय, संग्रहालय शामिल हैं। हम आपकी संस्कृति, आपकी कंपनियों, आपके कारोबार, आपके लोगों के साथ अलग-अलग तरीके से जुड़ना चाहते हैं।’’
कैमरन मंगलवार को दिल्ली के लिए रवाना होंगे जहां वह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे। ऐसी संभावना है कि कल शीर्ष नेताओं के साथ कैमरन की बैठक में उनसे एंग्लो-इटालियन कंपनी से जुड़े 3,600 करोड़ रुपये के हेलीकॉप्टर घोटाला मामले में और जानकारी मांगी जा सकती है। अगस्ता वेस्टलैंड से जुड़े सौदे के तहत तीन हेलीकॉप्टरों की आपूर्ति पहले ही की जा चुकी है। इनका निर्माण दक्षिण-पश्चिम इंग्लैंड में हुआ है।
उन्होंने कहा कि ब्रिटेन में भारतीय मूल के 15 लाख लोग हैं और यह हमारे संबंधों की ताकत हैं। उनके साथ आए 100 सदस्यीय कारोबारी प्रतिनिधिमंडल में भारतीय मूल के कारोबारी और भारतीय मूल के सांसद भी शामिल हैं।
कैमरन ने कहा कि दोनों देशों के बीच कारोबारी संबंध पहले से ही मजबूत है जहां ब्रिटेन भारत में निवेश करने वाला सबसे बड़ा यूरोपीय निवेशक है। वहीं, यूरोप में आधा भारतीय निवेश अकेले ब्रिटेन में लगा है।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने कहा कि वह चाहते हैं कि उनके देश की कंपनियां मुंबई और बेंगलुरु के बीच 1,000 किलोमीटर के एक गलियारे में नए शहर और जिले विकसित करने में भारत की मदद करें जिससे 25 अरब डालर मूल्य की निवेश परियोजनाओं का सृजन होगा।
कैमरन ने कहा कि वह चाहते हैं कि ब्रिटेन की फर्में भारतीय और ब्रिटेन की सरकारों के साथ मिलकर देश की वित्तीय राजधानी मुंबई को प्रौद्योगिकी केंद्र बेंगलूर से जोड़ने के लिए नौ जिलों का विकास करें।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपने साथ वास्तुकारों, नियोजनकर्ताओं और वित्त विशेषज्ञों को लाया हूं जो संपूर्ण समाधान निकाल सकते हैं।
ब्रिटेन में भारतीय विद्यार्थियों के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि ब्रिटेन के विश्वविद्यालयों में पढ़ने और रुकने के लिए आने वाले भारतीय विद्यार्थियों की संख्या की कोई सीमा नहीं है।
उन्होंने कहा कि उनके देश में इस तथ्य को लेकर जबरदस्त उत्साह है कि भारत अपने विश्वविद्यालयों में 4 करोड़ सीटें जोड़ने की योजना बना रहा है।
‘‘हम इस बात को लेकर भी उत्साहित हैं कि आप स्वास्थ्य पर खर्च दोगुना करने जा रहे हैं और हम ये सेवाएं उपलब्ध कराने में आपकी मदद करना चाहते हैं।’’