सरकार द्वारा पिछले सप्ताह उड्डयन क्षेत्र में विदेशी विमानन कम्पनियों को प्रत्यक्ष निवेश की अनुमति देने का फैसला करने के बाद घरेलू विमानन कम्पनियों के शेयरों में सोमवार को उछाल दर्ज की गई।
नकदी संकट से जूझ रही विमानन कम्पनी किंगफिशर एयरलाइंस के शेयरों में बम्बई स्टॉक एक्सचेंज में 19.98 फीसदी तेजी के साथ 12.97 रुपये पर सर्किट लग गया। कम्पनी के शेयर शुक्रवार को 10.81 रुपये पर बंद हुए थे।
केंद्र सरकार ने शुक्रवार को विदेशी विमानन कम्पनियों को घरेलू निजी विमानन कम्पनियों में 49 फीसदी प्रत्यक्ष निवेश करने की अनुमति दे दी। अब तक विदेशी विमानन कम्पनियों को घरेलू विमानन कम्पनियों में निवेश की अनुमति नहीं थी, लेकिन अन्य क्षेत्रों की कम्पनियों के लिए यह अनुमति थी।
देश की विमानन कम्पनियां नकदी संकट से गुजर रही हैं और उन्हें कारोबारी विस्तार के लिए धन की जरूरत है, जो उन्हें अब विदेशी विमानन कम्पनियों के निवेश से मिल सकता है।
अन्य विमानन कम्पनियों में स्पाइसजेट के शेयर बम्बई स्टॉक एक्सचेंज में 11.88 फीसदी तेजी के साथ 38.60 रुपये पर बंद हुए। शुक्रवार को ये 34.50 रुपये पर बंद हुए थे।
जेट एयरवेज के शेयर हालांकि 2.13 फीसदी गिरावट के साथ 360.50 रुपये पर बंद हुए। कम्पनी के शेयरों में गिरावट का कारण यह हो सकता है कि एक अनिवासी भारतीय और विदेशी निवेशक पहले से उसके प्रमुख शेयरधारक हैं, इसलिए कम्पनी विदेशी विमानन कम्पनियों से निवेश हासिल नहीं कर पाएगी। कम्पनी के शेयर शुक्रवार को 368.35 रुपये पर बंद हुए थे।