देश में कारों की बिक्री 31 मार्च को समाप्त कारोबारी वर्ष में 6.7 फीसदी कम रही। सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्यूफैक्च र्स (सियाम) ने बुधवार को कहा कि पिछले एक दशक में पहली बार कारों की बिक्री घटी है और इसके प्रमुख कारण उच्च ब्याज दर, ईंधन मूल्य में वृद्धि और ग्राहकों की निराशा हैं। सियाम ने कहा कि मौजूदा कारोबारी वर्ष में वाहन उद्योग में सिर्फ तीन से पांच फीसदी ही वृद्धि हो सकती है।
पिछले वर्ष सियाम ने 2012-13 के लिए नौ से 11 फीसदी वृद्धि दर का अनुमान जाहिर किया था, लेकिन इसमें तीन बार संशोधन किया था और जनवरी में एक से शून्य फीसदी वृद्धि की उम्मीद जताई थी। ताजा आंकड़ों के मुताबिक पिछले महीने बिक्री 22.51 फीसदी कम रही, जबकि सलाना बिक्री 6.7 फीसदी कम रही। 2012-13 में 18,95,471 कारें बिकीं, जबकि 2011-12 में 20,31,306 कारें बिकी थीं।
वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री 2.02 फीसदी कम रही। पिछले कारोबारी साल में कुल यात्री वाहनों की बिक्री हालांकि 2.15 फीसदी अधिक रही। वर्ष 2013-14 के लिए सियाम का मानना है कि उपयोगिता वाहनों की बिक्री 2012-13 के मुकाबले 11 से 13 फीसदी अधिक रहेगी, जबकि वैन की बिक्री चार से छह फीसदी अधिक रहेगी। कुल यात्री वाहनों की बिक्री पांच से सात फीसदी अधिक रह सकती है।