कृषि और इससे जुड़े क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन की बदौलत चालू वित्त वर्ष में देश की आर्थिक वृद्धि दर सुधरकर 4.9 फीसदी रहने का अनुमान है। इससे पिछले वित्त वर्ष में यह 4.5 फीसदी थी।
केंद्रीय सांख्यिकी संगठन (सीएसओ) की ओर से वर्ष 2013-14 के लिए शुक्रवार को जारी आर्थिक वृद्धि के अग्रिम अनुमानों के मुताबिक, '2013-14 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि 4.9 फीसदी रहने का अनुमान है, जबकि इससे पिछले वर्ष 2012-13 में यह 4.5 फीसदी रही थी।'
चालू वित्त वर्ष की जीडीपी वृद्धि का यह आंकड़ा सीएसओ द्वारा 2012-13 के वृद्धि के संशोधित आंकड़े जारी करने के कुछ ही दिन बाद आया है। सीएसओ ने इससे पहले 2012-13 की आर्थिक वृद्धि के 5 फीसदी के अस्थाई अनुमान को घटाकर 4.5 फीसदी कर दिया था।
सीएसओ की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, कृषि और संबंधित क्षेत्र में 2013-14 के दौरान 4.6 फीसदी की जोरदार वृद्धि रही है। एक साल पहले इसमें 1.4 फीसदी की वृद्धि रही थी। हालांकि, विनिर्माण क्षेत्र में वर्ष के दौरान 0.2 फीसदी की गिरावट का अनुमान है, एक साल पहले इस क्षेत्र में 1.1 फीसदी वृद्धि रही थी।
वर्ष 2013-14 के लिए आर्थिक वृद्धि का 4.9 फीसदी का ताजा अनुमान यह दिखाता है कि वर्ष की दूसरी छमाही में वृद्धि की गति बढ़ी है। पहली छमाही में आर्थिक वृद्धि 4.6 फीसदी ही रही थी।