राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े दो संगठनों स्वदेशी जागरण मंच और भारतीय किसान संघ के एक शिष्टमंडल ने पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से मुलाकात कर जेनिटिकली मॉडिफाइड फसलों की फील्ड टेस्ट पर रोक लगाने की मांग की, हालांकि जावड़ेकर ने उन्हें भरोसा दिलाया कि जीएम फसलों पर रोक नहीं हटाई गई है और मंजूरी मिलने की रिपोर्ट गलत है।
शिष्टमंडल ने 15 जीएम फसलों को फील्ड ट्रायल के लिए हरी झंडी दिए जाने पर चिंता जताई, हालांकि पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने उन्हें भरोसा दिलाया कि यह फैसला अभी रोककर रखा गया है।
उन्होंने यह भी कहा कि जीएम फसलों की मंजूरी की रिपोर्ट गलत है। इस बारे में सुप्रीम कोर्ट की बनाई टेक्निकल एक्सपर्ट कमेटी की सिफारिशों का भी हवाला दिया गया, जिसके मुताबिक जब तक इसके नियमन के लिए सिस्टम नहीं बनता इसे लागू नहीं किया जाना चाहिए।
इससे पहले इंसानों पर जीएम फसलों के असर की भी तफसील से जांच की जानी चाहिए। दरअसल, इसे लेकर सबसे बड़ी चिंता इस बात को लेकर है कि अगर एक बार यह प्रक्रिया शुरू हो गई तो फिर इसे रोका नहीं जा सकता।