वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने विदेशी निवेशकों को देश की राजकोषीय मजबूती के प्रति आश्वस्त करते हुए कहा कि कर दायरा बढ़ाने और राजस्व वृद्धि की उनकी कोशिशें जारी रहेंगी।
चिदंबरम ने पूर्वी एशिया की यात्रा के दूसरे दौर में शहर के करीब 300 निवेशकों को भारत में निवेश संभावनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि 2015-16 से भारत की वृद्धि दर करीब आठ फीसदी होगी।
डीबीएस बैंक के महाप्रबंधक और मुख्य कार्यकारी संजीव भसीन ने चिदंबरम के हवाले से कहा, कर का दायरा बढ़ाने की कोशिश जारी रहेगी... ताकि सकल घरेलू उत्पाद के समक्ष कर संग्रह बढ़ाया जा सके। मंत्री ने कहा कि सरकार अगले तीन से चार साल में राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद के तीन फीसदी के बराबर लाने की पहल कर रही है।
चिदंबरम ने हांगकांग में निवेशकों को कहा था कि वह चालू वित्तवर्ष में राजकोषीय घाटे को सकल घरेलू उत्पाद के 5.3 फीसदी के दायरे में रखने और 2013-14 तक इसे घटाकर 4.8 फीसदी करने के लिए प्रतिबद्ध है। चिदंबरम ने कहा कि 2012-13 में वृद्धि 5.7 फीसदी से कम नहीं रहेगी और अगले वित्तवर्ष में यह करीब छह से सात फीसदी रहेगी। भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 2011-12 में 6.5 फीसदी रही थी। इस बैठक में भाग लेने वाले निवेशकों के मुताबिक मंत्री ने कहा कि भारत सरकार अर्थव्यवस्था को लीक पर लाने की कोशिश कर रही है।