पेट्रोलियम मंत्रालय जासूसी मामले में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि किसी भी दोषी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें कठोरतम सजा दी जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस जांच कर रही है, दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा।
पेट्रोलियम मंत्रालय जासूसी कांड में गिरफ्तार किए गए और सात लोगों में शीर्ष ऊर्जा कंपनियों के पांच वरिष्ठ अधिकारी और दो परामर्शदाता शामिल हैं। इस मामले का कल भंडाफोड़ होने के बाद कुल गिरफ्तारियों की संख्या बढ़कर 12 हो गई है।
संयुक्त पुलिस आयुक्त :अपराध: रविंद्र यादव ने रात बताया, ‘हमने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। आरआईएल के शैलेश सक्सेना, एस्सार के विनय कुमार, केर्न्स के केके नाइक, जुबिलियंट एनर्जी के सुभाष चंद्रा और एडीएजी रिलायंस के रिषी आनंद शामिल हैं।’’ ये गिरफ्तारियां शुक्रवार शाम के वक्त की गई।
वहीं पेट्रोलियम मंत्रालय जासूसी मामले की जांच तेज करते हुए दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने इस मामले में गिरफ्तार ऊर्जा सलाहकार प्रयास जैन के कार्यालय की तलाशी लेने के बाद आज नोएडा में एक पेट्रोकेमिकल कंपनी के कार्यालय पर छापा मारा।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि जूबिलंट एनर्जी के वरिष्ठ कार्यकारी सुभाष चंद्रा को आज सुबह जैन के कार्यालय ले जाया गया। सुभाष चंद्रा को कल ऊर्जा कंपनियों के चार अन्य शीर्ष अधिकारियों के साथ गिरफ्तार किया गया था।
जैन के कार्यालय की तलाशी के बाद पुलिस टीम उसे जूबिलंट एनर्जी के नोएडा कार्यालय ले गयी। पुलिस ने चुराये हुए दस्तावेजों को प्राप्त करने के लिए उसके कार्यालय एवं अन्य कमरों की तलाशी ली।
इस मुद्दे के बारे में पूछे जाने पर दिल्ली पुलिस आयुक्त बीएस बस्सी ने कहा, हमने उन स्थानों की तलाशी ली, जो जांच के सिलसिले में आवश्यक है। हम आगे भी कई स्थानों पर छापा मार सकते हैं क्योंकि हमारा लक्ष्य पूरे मामले की तह तक पहुंचना है।
बस्सी ने कहा, हमने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ चल रही है। ऊर्जा कंपनियों के पांच अधिकारियों को स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा। हम अदालत से उन्हें पुलिस हिरासत में भेजने का अनुरोध करेंगे ताकि हम उनसे आगे की पूछताछ कर पाएं। पुलिस प्रमुख ने यह भी कहा कि मामले की जांच चल रही है और जब आरोपपत्र दायर किया जाएगा तब यह :जांच: समाप्त होगी।
अपराध शाखा ने कल जिन पांच लोगों को गिरफ्तार किया उनकी पहचान आरआईएल के शैलेष सक्सेना, एस्सार के विनय कुमार, केयर्न से के के नाईक, जूबिलैंट एनर्जी के सुभाष चंद्रा और एडीएजी रिलायंस के रिषि आनंद के रूप में हुई है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, हमें यह जानने की जरूरत है कि यह कब से चल रहा था और किन लोगों को इससे लाभ पहुंचा। पुलिस के अनुसार, कंपनियों के ये सभी अधिकारी चुराये गये दस्तावेज प्राप्त करते थे जो कि उनके कार्यालय परिसरों पर छापे के दौरान बरामद किये गये।
उल्लेखनीय है कि सक्सेना रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) में कारपोरेट मामले के प्रबंधक हैं, जबकि चन्द्रा जुबिलैंट एनर्जी के वरिष्ठ कार्यकारी हैं। आनंद रिलायंस एडीएजी में उपमहाप्रबंधक हैं। विनय एस्सार के उप-महाप्रबंधक जबकि नायक केयर्न इंडिया में महाप्रबंधक हैं।