डीजल के दाम बढ़ने से कुछ समय के लिए मुद्रास्फीति बढ़ेगी लेकिन सरकार की इस पहल से राजकोषीय घाटे पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी जिसका दीर्घकालिक फायदा मिलेगा। यह बात प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष सी रंगराजन ने शुक्रवरा को कही।
सरकार द्वारा बहुब्रांड खुदरा कारोबार में एफडीआई की मंजूरी को लेकर उठाई जा रही आशंकाओं को दूर करते हुए रंगराजन ने कहा कि किराने की दुकानें अपने आपको संगठित कर और संगठित क्षेत्र में शामिल होकर आधुनिक खुदरा कारोबार का हिस्सा हो सकती हैं। उन्होंने कहा ‘‘इस तरह सरकारी नियंत्रण वाले मूल्य में वृद्धि करने से मूल्य सूचकांक तो बढ़ेगा। लेकिन हमें दीर्घकालिक दृष्टिकोण से इस पहल को देखना होगा।’’
रंगराजन ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा ‘‘हमें इसे इस दृष्टि से देखना होगा कि ऐसी पहल न होती तो राजकोषीय घाटा ज्यादा होता।’’ सरकार ने हाल ही में डीजल की कीमत में पांच रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी और हर परिवार के लिए सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडरों की आपूर्ति घटाकर छह सिलेंडर सालाना करने का फैसला किया जिस पर देश में तीखी प्रतिक्रिया हुई।
रंगराजन ने कहा ‘‘फौरी तौर पर इससे मूल्य सूचकांक बढ़ेगा लेकिन बाद में मुझे लगता है कि मध्यम अवधि में यह सबसे अच्छी चीज होगी।’’ बहु-ब्रांड खुदरा कारोबार में एफडीआई को मंजूरी देने के संबंध में रंगराजन ने कहा कि इससे कृषि विपणन क्षेत्र में बुनियादी ढांचा सुविधाओं को सुधारने का मौका मिलेगा जिससे आखिरकार कीमत घटेगी।
उन्होंने कहा ‘‘मौजूदा विपणन व्यवस्था ठोस नहीं है। इसलिए संगठित खुदरा कारोबार, विशेष तौर पर खुदरा में विदेशी निवेश से विपणन प्रणाली में सुधार हो सकता है और इस तरह कीमतों में थोड़ी कमी होगी।’’