सोने और चांदी का आयात चालू वित्तवर्ष में करीब 29 प्रतिशत घटकर 44 अरब डॉलर रहने का अनुमान है। प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (पीएमईएसी) द्वारा शुक्रवार को जारी एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है।
इसके अलावा पीएमईएसी ने म्यूचुअल फंड तथा जीवन-बीमा उत्पादों की बिक्री के लिए नियामकीय प्रणाली में सुधार के जरिये सोने की मांग पर तत्काल अंकुश लगाने की जरूरत पर बल दिया है।
पीएमईएसी ने कहा, इस साल मूल्य के लिहाज से सर्राफा (विशेषकर सोना) आयात में गिरावट की संभावना है। पहली तिमाही में 48 प्रतिशत की गिरावट आई है। इसी प्रकार की गिरावट शेष तिमाही में रहने की संभावना है।
रिपोर्ट के अनुसार 2012-13 में मूल्य के हिसाब से सोना और चांदी का आयात घटकर 44 अरब डॉलर रहने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष के मुकाबले करीब 29 प्रतिशत कम है। हालांकि यह 2010-11 के मुकाबले थोड़ा अधिक है। जहां 2011-12 में 61.5 अरब डॉलर मूल्य के सोने-चांदी का आयात किया गया था, वहीं 2010-11 में यह 42.5 अरब डॉलर था।