देश का खाद्यान्न उत्पादन इस साल 26.32 करोड़ टन के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच सकता है। कृषिमंत्री शरद पवार ने रविवार को यह बात कही।
इससे पहले खाद्यान्न का रिकॉर्ड उत्पादन दो साल पहले 25.9 करोड़ टन रहा था। पवार ने यहां एक कृषि सम्मेलन में कहा, 'देश इस साल 26.32 करोड़ टन का रिकॉर्ड खाद्यान्न उत्पादन हासिल कर सकता है। यह दो साल पहले के 25.9 करोड़ टन से करीब 40 लाख टन अधिक होगा।'
पिछले फसल वर्ष (जुलाई-जून) के दौरान खाद्यान्न उत्पादन मामूली घटकर 25.53 करोड़ टन रहा था। देश के कुछ हिस्सों में सूखे की वजह से खाद्यान्न उत्पादन घटा था।
बेहतर मानसून और खरीफ (गर्मियों) व रबी (सर्दियों) फसल की बुवाई बढ़ने से इस साल खाद्यान्न उत्पादन की संभावनाएं बेहतर हुई हैं।
पवार ने कृषि क्षेत्र की प्रगति का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत इस समय दुनिया के शीर्ष चावल उत्पादक के रूप में उभरकर सामने आया है। वहीं गेहूं और कपास निर्यात के मामले में वह दूसरे स्थान पर है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा भारत दूध व बागवानी फसलों के शीर्ष उत्पादक के रूप में उभरा है।
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) ने हाल में जारी चालू वित्त के अपने अग्रिम अनुमान में कृषि एवं संबंधित क्षेत्रों की वृद्धि दर 4.6 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 1.4 फीसदी रही थी।