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'कारोबार करने में आसानी' की रैंकिंग में 142वें नंबर पर फिसला भारत

विश्व बैंक ने 'कारोबार करने में आसानी' के लिहाज से अपनी 189 देशों की नवीनतम सूची में भारत को 142वें स्थान पर रखा है। आज जारी इस रिपोर्ट में भारत पिछले साल की रैंकिंग से दो पायदान नीचे आया है, जबकि सूची में सिंगापुर पहले स्थान पर है।
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NDTV Profit हिंदी07:25 PM IST, 29 Oct 2014NDTV Profit हिंदी
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विश्व बैंक ने 'कारोबार करने में आसानी' के लिहाज से अपनी 189 देशों की नवीनतम सूची में भारत को 142वें स्थान पर रखा है। इस रिपोर्ट में भारत पिछले साल की रैंकिंग से दो पायदान नीचे आया है, जबकि सूची में सिंगापुर पहले स्थान पर है। हालांकि पिछले महीने ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि वह भारत को इस सूचि में 50वें पायदान पर लाना चाहते हैं।

बैंक के अधिकारियों ने कहा कि भारत पिछले साल इस सूची में 140 वें स्थान पर था। उसकी रैंकिंग में गिरावट की वजह अन्य देशों द्वारा बेहतर प्रदर्शन बताई गई है। नई रैंकिंग में मोदी सरकार द्वारा भारत को कारोबार अनुकूल गंतव्य बनाने के लिए उठाए गए कदमों पर विचार नहीं किया गया है।

विश्व बैंक समूह में निदेशक (ग्लोबल इंडीकेटर्स ग्रुप) अगस्तो लोपेज-क्लारोज ने कहा, 'हम यह संकेत नहीं देना चाहते कि भारत की रैंकिंग में गिरावट का मौजूदा राजनीतिक स्थिति (सरकार) से कोई लेना देना है।' उन्होंने कहा, 'यह पूरी तरह सच है कि नयी मोदी सरकार ने यह बहुत स्पष्ट कर दिया है कि देश में बेहतर निवेश माहौल तथा व्यापार अनुकूल माहौल बनाना उसकी शीर्ष प्राथमिकता है। हालांकि यह याद रखना भी महत्वपूर्ण है कि नई सरकार मई के दूसरे पखवाड़े तक सत्ता में नहीं आई थी।'

इस सूची में सिंगापुर 88.27 अंक के साथ इस सूची में पहले स्थान पर है। इसके बाद न्यूजीलैंड, हांगकांग, डेनमार्क व दक्षिण कोरिया का नंबर आता है। वहीं ब्रिटेन आठवें, चीन 90वें, श्रीलंका 99वें, नेपाल 108वें, मालदीव 116वें, भूटान 125वें तथा पाकिस्तान 128वें स्थान पर है।

भारत की नई सरकार के इस सूची में ऊपर जाने और शीर्ष 50 देशों में शामिल होने की महत्वाकांक्षा के सवाल पर लोपेज ने कहा, 'क्यों नहीं?' उन्होंने कहा, 'यह किया जा सकता है। अनेक देशों के उदाहरण हैं, जिन्होंने केंद्रित प्रयासों व बुद्धिमता से तैयार सुधारों के साथ अच्छा खासा सुधार किया।'

उन्होंने कहा कि भले ही रैंकिंग के लिहाज से भारत थोड़ा नीचे आया हो लेकिन बीते 12 महीने में 'व्यापार करने में आसानी' सुधरी है।

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