विनिर्माण और बिजली उत्पादन बढ़ने के मद्देनजर औद्योगिक उत्पादन जनवरी में 2.4 फीसदी बढ़ा, जिससे अर्थव्यवस्था के हालात में सुधार का संकेत मिलता है।
औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के आधार पर आकलित कारखाना उत्पादन जनवरी 2012 में एक फीसदी बढ़ा।
आज यहां जारी आंकड़े के मुताबिक, वित्त वर्ष 2012-13 की अप्रैल से जनवरी की अवधि में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर एक फीसदी रही है, जो वित्त वर्ष 2011-12 की इसी अवधि में दर्ज 3.4 फीसदी की वृद्धि से कम है।
इस बीच दिसंबर 2012 के औद्योगिक उत्पादन में कमी के आंकड़े में आंशिक संशोधन कर इसे 0.5 फीसदी कर दिया गया है, जबकि अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक, दिसंबर, 2012 में औद्योगिक उत्पादन 0.6 फीसदी घटा था।
सूचकांक में 75 फीसदी का योगदान करने वाले विनिर्माण क्षेत्र में जनवरी के दौरान 2.7 फीसदी की वृद्धि दर्ज हुई, जो 2012 के इसी महीने में 1.1 फीसदी थी।
चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से जनवरी की अवधि में प्रमुख क्षेत्रों के उत्पादन की वृद्धि दर 0.9 फीसदी रही जबकि 2011-12 की इसी अवधि में यह 3.7 फीसदी थी।
जनवरी में बिजली उत्पादन 6.4 फीसदी बढ़ा, जबकि जनवरी 2012 में बिजली उत्पादन में 3.2 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई थी।
अप्रैल से जनवरी की अवधि में बिजली उत्पादन 4.7 फीसदी बढ़ा, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के दौरान इस क्षेत्र में 8.8 फीसदी की वृद्धि दर्ज हुई थी।