अक्टूबर की थोक मुद्रास्फीति में वृद्धि को तकलीफदेह करार देते हुए योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने कहा कि मुद्रास्फीति में जल्द सुधार होगा, क्योंकि यह मौसमी कारणों से है।
अहलूवालिया ने कहा, मुझे लगता है कि ऊंची खाद्य मुद्रास्फीति की वजह से यह स्पष्ट रूप से तकलीफदेह स्तर पर है। मुख्य मुद्रास्फीति अब भी बहुत कम है। मुझे लगता है कि खाद्य मुद्रास्फीति घटनी चाहिए।
उन्होंने कहा, मुझे उम्मीद है कि सरकार द्वारा एकत्रित भंडार से खाद्य जिंसों की बाजार में बिक्री के फैसले से आपूर्ति स्थिति सुधरेगी। कुछ उत्पादों में मौसम विशेष में होने वाली मूल्यवृद्धि की स्थिति में भी सुधार होगा।
सब्जियों समेत मंहगे खाद्य उत्पादों के कारण थोकमूल्य मुद्रास्फीति अक्टूबर में बढ़कर सात प्रतिशत हो गई। सितंबर माह में यह 6.46 प्रतिशत रही थी, जबकि अक्टूबर, 2012 में यह 7.32 प्रतिशत पर थी।