केवल 17 व्यक्तियों पर ही 2.14 लाख करोड़ रुपये का टैक्स बकाया है और इनमें से हर एक पर 1,000 करोड़ रुपये से अधिक का टैक्स बाकी है।
संसद को यह सूचना दी गई। इसके अनुसार इसी (1,000 करोड़ रुपये से अधिक कर बकाया वाली) श्रेणी की 35 कंपनियों पर 90,568 करोड़ रुपये का कुल कर बकाया है। इस लिहाज से इसी श्रेणी के 17 व्यक्तियों पर बकाया कर की राशि दोगुने से भी अधिक है।
इसके अनुसार एक अप्रैल 2015 तक कुल मिलाकर 8,27,680 करोड़ रुपये का कर बकाया था। इन व्यक्तियों और कंपनियों का इसमें हिस्सा एक-तिहाई से भी अधिक है।
वित्त राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने राज्यसभा में लिखित सवालों के जवाब में यह जानकारी दी गई। इसके अनुसार मार्च 2015 तक तीन साल में 10 करोड़ रुपये से अधिक टैक्स बकाया वाले करदाताओं की संख्या लगभग 69 प्रतिशत बढ़कर 4,692 हो गई। उन्होंने कहा कि इस बकाया कर की वसूली की कार्रवाई आयकर कानून के प्रावधानों के तहत लगातार की जाती है।