विश्व बाजार में प्राकृतिक गैस के लगातार बढ़ते दाम को चुनौती बताते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज एलएनजी के उचित दाम की मांग को लेकर प्रमुख एशियाई खरीदारों से एकजुट होने का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हाल के समय में दुनिया में एलएनजी की मांग में एशियाई देशों की ही अग्रणी भूमिका रही है। महाद्वीप के देशों में गैस मांग की पूर्ति विदेशों से आयात के जरिये की जाती है।
मनमोहन सिंह ने यहां पुतीवाइपे में 4,500 करोड़ रुपये की लागत से तैयार पेट्रोनेट एलएनजी टर्मिनल को राष्ट्र को समर्पित करते हुए कहा, हाल के समय में एशियाई देशों में एलएनजी की मांग तेजी से बढ़ी है। ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि एशिया के प्रमुख एलएनजी खरीदार एकजुट होकर विदेशों से आयातित गैस के दाम की उचित मूल्य प्रणाली बनाने की मांग करें।
प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई कि भविष्य में इस तरह के किसी भी प्रयास में भारत सहयोग करेगा। उन्होंने कहा, हमारे देश में विश्व के ज्ञात प्राकृतिक गैस भंडार का एक फीसदी से भी कम है। ऐसे में प्राकृतिक गैस की आपूर्ति बढ़ाने के लिए हमें आवश्यक रूप से गैस आयात के लिए एलएनजी टर्मिनल बनाने होंगे या फिर एक-दूसरे देश से गुजरने वाली पाइपलाइनों के जरिये गैस आपूर्ति व्यवस्था करनी होगी। सिंह ने कहा कि प्राकृतिक गैस का आयात और आयातित गैस की कीमत को चुनौती बताते हुए उन्होंने कहा समय के साथ इससे निपटना होगा।