देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया के निदेशक मंडल ने उसकी मूल कंपनी सुजुकी मोटर कॉर्प की इकाई के साथ गुजरात में प्रस्तावित कारखाने में 30 वर्ष की अवधि के लिए विनिर्माण ठेके का समझौता करने को मंजूरी दे दी है।
यह समझौता मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (एमएसआईएल) और सुजुकी मोटर कॉर्प की पूर्ण स्वामित्व वाली सुजुकी मोटर गुजरात (एसएमजी) के बीच होगा। एसएमजी ही मारुति की गुजरात परियोजना का क्रियान्वयन करेगी। हालांकि, इस प्रस्ताव पर अभी अल्पांश शेयरधारकों और नियामकों की मंजूरी ली जानी बाकी है।
मारुति सुजुकी इंडिया ने बंबई शेयर बाजार को दी सूचना में कहा, 'कंपनी के निदेशक मंडल ने 1 अक्टूबर, 2015 को हुई अपनी बैठक में ठेके पर विनिर्माण के प्रस्तावित समझौते को मंजूरी प्रदान कर दी।' मूल कंपनी सुजुकी को गुजरात संयंत्र का स्वामित्व लेने और उसमें निवेश करने की अनुमति देने के बाबत अल्पांश शेयरधारकों के बीच जल्द ही मतदान कराए जाने की संभावना है। हालांकि, इसके लिए कोई समयसीमा तय नहीं की गई है।
उल्लेखनीय है कि मारुति सुजुकी इंडिया ने कारों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए शुरुआत में गुजरात में एक नया कारखाना लगाने की योजना बनाई थी। हालांकि, पिछले साल जनवरी में मूल कंपनी सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन ने घोषणा की कि वह गुजरात संयंत्र के निर्माण पर 48.8 करोड़ डॉलर का निवेश करेगी।
इस पर मारुति के संस्थागत निवेशकों ने बाजार नियामक सेबी से संपर्क किया और अल्पांश शेयरधारकों के हितों की रक्षा करने के लिए उससे हस्तक्षेप की मांग की। कंपनी में करीब सात प्रतिशत हिस्सेदारी निजी क्षेत्र के म्यूचुअल फंड व बीमा कंपनियों की है।
मारुति प्रबंधन ने बाद में संस्थागत निवेशकों के दबाव के बीच इस परियोजना के बारे में छोटे निवेशकों की मंजूरी लेने का भी फैसला किया। इसके लिए उसे गुजरात संयंत्र के प्रस्ताव में कुछ फेरबदल भी करने पड़े। यह कारखाना सुजुकी मोटर कॉर्प के सीधे नियंत्रण में होगा। गुजरात में लगने वाले मारुति के नए कारखाने की सालाना क्षमता 7.5 लाख वाहनों की होगी। इसके मई, 2017 तक तैयार हो जाने की उम्मीद है। वर्तमान में मारुति सुजुकी इंडिया के दो कारखाने गुड़गांव और मानेसर में हैं, जिनकी कुल उत्पादन क्षमता सालाना 15 लाख कारों की है।
नये समझौते के तहत सुजुकी मोटर गुजरात बिना नफा-नुकसान के फॉर्मूले पर काम करेगी और कारों का विनिर्माण कर उत्पाद को मारुति सुजुकी इंडिया को बेचेगी। वह मारुति से मिले ऑर्डर के मुताबिक ही काम करेगी। गुजरात इकाई किसी भी तरह से इस कारखाने से उत्पादों का किसी तीसरे पक्ष को आपूर्ति नहीं करेगी।