साल 2015 की पहली छमाही में ज्यादा पर्यटकों के आने और उपभोक्ताओं के अहम क्षेत्रों में अधिक खर्च करने के चलते देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में होटलों के किरायों में पांच फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। यहां एक रूम का एक रात का औसत किराया 8,091 रुपये रहा।
होटल्स.कॉम के ताजा होटल प्राइस इंडेक्स (एचपीआई) के मुताबिक भारत में पहली छमाही में पर्यटकों द्वारा होटल के लिए चुकाए गए किराये में दो फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। उन्होंने प्रति रात के लिए औसतन 6,411 रुपये का भुगतान किया।
इसके मुताबिक अपनी नाइट लाइफ के लिए महशूर मुंबई में होटलों के किराये में सर्वाधिक 5 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई और इस दौरान औसत किराया 8,091 रुपये रहा। इस तरह देश में पर्यटकों द्वारा होटल के लिए किया गया खर्च मुंबई में सबसे अधिक रहा। होटल्स.कॉम के आंकड़ों के अनुसार साल 2014 की पहली छमाही में पर्यटकों ने मुंबई में होटल में एक रात ठहरने के लिए औसतन 7,694 रुपये खर्च किए थे।
एचपीआई दुनिया के प्रमुख स्थानों पर होटल किरायों के बारे में नियमित रिपोर्ट है। किलों और खानपान के लिए मशहूर दिल्ली ने इस मामले में दूसरा स्थान बरकरार रखा है। हालांकि यहां होटल किरायों में तीन फीसदी की गिरावट रही और एक रात का औसतन किराया 6,677 रुपये रहा।
कोलकाता में होटल किरायों में दो फीसदी की कमी आई और यह महंगे शहरों की सूची में चौथे स्थान पर है। यहां होटलों का औसत किराया पिछले साल के 6,367 रुपये के मुकाबले इस वर्ष के छह महीनों के दौरान 6,263 रुपये रहा। हैदराबाद इस सूची में आठवें नंबर पर है। चेन्नई में होटल किरायों में पिछले साल के मुकाबले कोई परिवर्तन नहीं आया है।