वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा ने कहा कि भारत में अमेरिका की प्रमुख खुदरा कंपनी वालमार्ट के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप में कोई जांच नहीं चल रही है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यदि नियमों का कोई उल्लंघन हुआ है तो एजेंसियां उस पर गौर कर सकती हैं।
दुनिया की सबसे बड़ी खुदरा कंपनी ने खुलासा किया है कि वह भ्रष्ट कृत्यों तथा भारत, चीन एवं ब्राजील में अमेरिका के रिश्वत निरोधक कानून के उल्लंघन के आरोपों की जांच कर रही है। इस तरह की जांच का दायरा बढ़ाकर मैक्सिको में भी यही किया जाएगा।
प्रधानमंत्री के साथ नोमपेन्ह जाते समय शर्मा ने संवाददाताओं से कहा, आरोप आरोप होते हैं। नियमों पर आधारित और नियमों से चलने वाले देश में यदि कोई उल्लंघन हुआ है तो ऐसी एजेंसियां हैं, जो उन पर गौर कर सकती हैं। यह बात उन्होंने वालमार्ट को लेकर लगाए जा रहे आरोपों के बारे में पूछने पर कही।
वाणिज्य मंत्री शर्मा ने कहा, मैं कथित फेमा उल्लंघन पर टिप्पणी नहीं करूंगा जिन पर अभी गौर नहीं किया गया है। वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने भी कहा था कि वह रिपोर्ट की प्रतीक्षा करेंगे। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि सितंबर के बाद से कोई उल्लंघन नहीं किया गया है जब एफडीआई पर निर्णय किया गया था।
वालमार्ट ने किसी भी देश में भ्रष्टाचार के विशिष्ट आरोप का उल्लेख नहीं किया है। उसने कहा है कि वह अमेरिका के विदेशी भ्रष्ट कृत्य कानून (एफसीपीए) के संभावित उल्लंघनों की जांच कर रही है। इस अमेरिकी कानून के तहत विदेशी सरकारों के अधिकारियों को रिश्वत देने पर रोक लगाई गई है।
ये आरोप ऐसे समय में लगाए गए हैं जबकि संप्रग सरकार अपने सुधार एजेंडे को तेजी से आगे बढ़ा रही है, जिसमें खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को मंजूरी देना शामिल है।
विपक्षी दल भाजपा ने भ्रष्टाचार आरोपों को ‘गंभीर मुद्दा’ करार देते हुए इस मामले की जांच कराने की मांग की। साथ ही उसने सरकार से जवाब भी मांगा है।