कई बैंकों ने अपने यहां फिक्स्ड डिपॉजिट पर दिए जाने वाले ब्याज की दरें घटा दी हैं. विमुद्रीकरण के चलते इन ब्याज दरों में अभी और कटौती होनी बाकी है. ऐसे में कम जोखिम लेने वाले निवेशकों के लिए क्या विकल्प शेष हैं, यह एक बड़ा सवाल है.
कुछ फाइनेंशल प्लानर मानते हैं कि ऐसे निवेशकों को सरकार के 8% सेविंग्स (टैक्सेबल) बॉन्ड्स में निवेश करना चाहिए. इनमें सालाना की दर से 8 फीसदी ब्याज मिलता है. ये बॉन्ड रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा जारी किए जाते हैं. चूंकि ये बॉन्ड सरकार द्वारा जारी किए जाते हैं इसलिए ये निवेश के बेहद सुरक्षित विकल्पों में से एक हैं. निवेशक इन्हें कभी भी खरीद सकते हैं और इसे खरीदने के लेकर कोई मियाद या समय की बंदिश नहीं है.
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स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) फिलहाल 5 से 10 साल के डिपॉजिट पर 6.5 फीसदी का इंट्रेस्ट रेट दे रहा है. बैंकों के एफडी की तरह ही इन बॉन्ड्स से होने वाली आय को निवेशक की आय में जोड़ा माना जाता है और इस पर इनकम टैक्स के स्लैब के मुताबिक, टैक्स लगता है.
सरकार के 8% सेविंग्स (टैक्सेबल) बॉन्ड के कुछ फीचर्स इस प्रकार हैं....