केंद्रीय वित्त मंत्रालय के मुख्य आर्थिक सलाहकार रघुराम राजन ने आज रिजर्व बैंक के नए गवर्नर का कार्यभार संभाल लिया है। रघुराम गोविंद राजन वर्तमान गवर्नर डी सुब्बाराव की जगह ले रहे हैं।
बैंक के गवर्नर के तौर पर राजन की नियुक्ति काफी चुनौतीपूर्ण समय में हुई है। सुस्त अर्थव्यवस्था और गिरते रुपये पर राजन ने कहा कि वह एक-एक कर कदम उठाएंगे और इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि इसमें हर दिन प्रगति हो।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 6 अगस्त को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर के रूप में तीन वर्ष के कार्यकाल के लिए रघुराम राजन की नियुक्ति को मंजूरी दी थी।
राजन पिछले साल अगस्त में वित्त मंत्रालय से जुड़े थे। वह अतंरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से जुड़े रहे हैं। 50 साल के राजन इस पद पर नियुक्त होने वाले सबसे कम उम्र के अधिकारी हैं।
वित्त मंत्रालय में आर्थिक सलाहकार के रूप में सोमवार को उनका आखिरी दिन था। उन्होंने इस मौके पर संवादददाताओं से कहा, "हमारे पास काफी विचार हैं। सिर्फ मुद्रा का ही सवाल नहीं है। वित्तीय समावेशीकरण, विकास जैसे अनेक सवाल हैं। काफी कुछ करने को है।" उन्होंने हालांकि कहा कि ऐसी कोई जादूई छड़ी नहीं है, जिससे मौजूदा आर्थिक समस्या का समाधान कर दिया जाए। उन्होंने कहा, "ये समस्याएं रात भर में खत्म नहीं होंगी। कोई ऐसी जादू की छड़ी नहीं है। लेकिन आरबीआई कई समस्याओं का समाधान कर सकता है और जाकर इस पर काम करना है।"