रेलवे स्टेशनों, रेल डिब्बों, शौचालयों और रेल परिसरों में स्थित अन्य सुविधाओं के डिजाइन और साज-सज्जा को बेहतर बनाने के लिए रेलवे ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन (एनआईडी) से हाथ मिलाया है।
अहमदाबाद स्थित एनआईडी परिसर में रेलवे डिजाइन सेंटर की स्थापना के लिए रेल मंत्रालय ने वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। एनआईडी वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अधीन है।
समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के बाद रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा, हमारे पास रेल डिब्बों, शौचालयों, प्लेटफार्म शेड, रसोई यान (पेंट्री कार) आदि के लिए डिजाइन हैं। हम अब इन सभी सेवाओं के बेहतर डिजाइन के लिए आगे बढ़ रहे हैं, ताकि हमारे उपभोक्तओं को और ज्यादा संतुष्टि मिल सके।
रेल मंत्री ने कहा कि अन्य चीजों के साथ साथ एनआईडी ट्रेनों में ऊपर की बर्थ के लिए सीढ़ियां भी डिजाइन करेगा। साथ ही वह स्टेशनों पर प्रकाश की व्यवस्था को भी संवारेगा। सुरेश प्रभु ने कहा, रेलवे को बड़ी संख्या में नए डिब्बों की जरूरत है। हम बेहतर उपभोक्ता सुविधाएं मुहैया कराना चाहते हैं। टिकट खरीदने से लेकर प्लेटफॉर्म तक आने, ट्रेन पकड़ने और उसके बाद गंतव्य तक पहुंचने तक उन्हें निश्चित रूप से यात्रा का सुखद अनुभव होना चाहिए।
रेल मंत्रालय इस काम के लिए एनआईडी को 10 करोड़ रुपये देगा। परियोजना की निगरानी के लिए रेलवे के चार वरिष्ठ अधिकारियों की एक समिति होगी। इस मौके पर वाणिज्य व उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि हम यह सुनिश्चित करेंगे कि इस समझौते से यात्रियों को फायदा मिले। इस समझौते की अवधि 10 वर्ष है, जिसे आपसी सहमति से आगे बढ़ाया जा सकता है।
रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे में सुविधाओं की डिजाइन को बेहतर बनाने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर बजट घोषणाओं का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि रेल सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए रेलवे अन्य मंत्रालयों के साथ भी समझौते कर रही है।