प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष सी रंगराजन ने बुधवार को कहा कि सकल घरेलू उत्पाद के मुकाबले कर अनुपात बढ़ाने के लिए अमीरों पर ऊंची दर से कर लगाया जाना चाहिए।
रंगराजन ने यहां भारतीय सांख्यिकी संस्थान (आईएसआई) के दीक्षांत समारोह के अवसर पर कहा ‘‘एक विकल्प है अमीरों पर कर की मौजूदा मार्जिनल दर को बढ़ाया जाए। हमें सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी के मुकाबले कर अनुपात बढ़ाने की जरूरत है ताकि बढ़ती मांग और खर्च जरूरत पूरी हो सके।’’
उन्होंने कहा कि मौजूदा कर ढांचा उपयुक्त है। रंगराजन ने कहा कि दूसरा विकल्प है मौजूदा ढांचे में ही अमीरों पर अतिरिक्त अधिभार लगाया जाए। मौजूदा कर ढांचे में कर की सबसे ऊंची दर 30 फीसद है।
सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष के दौरान यह करीब छह फीसद रह सकती है जबकि अगले वित्त वर्ष में सात फीसद तक होगी।
दीक्षांत समारोह में अपने संबोधन में रंगराजन ने कहा कि विश्व अर्थव्यवस्था मुश्किल दौर से गुजर रही है और सुधार प्रक्रिया या तो धीमी है या फिर रुकी हुई है।