आरबीआई के गर्वनर रघुराम राजन ने कहा कि आरबीआई ने वित्त मंत्रालय और स्टॉक मार्किट नियंत्रक के साथ शेयर मार्किट में बड़े उतार चढ़ाव की चर्चा की है और शुक्रवार के लोकसभा चुनावों के नतीजों से शेयर बाजार में किसी भी बड़े उतार-चढ़ाव से निपटने के लिए समाधानों पर विचार किया।
राजन ने कहा कि आरबीआई रुपये में किसी भी बड़े उतार-चढ़ाव से निपटने को भी तैयार है। पिछले दिनों सेंसेक्स और रुपये में भारी मजबूती देखी गई, इसकी वजह विदेशी निवेश को माना जा रहा है। देश में नई सरकार से भारतीय अर्थव्यवस्था में मजबूती की उम्मीद जताई जा रही है। इन्हीं संभावनाएंओं से विदेशी निवेश बढ़ने की बाजार को उम्मीद है।
रुपये में डॉलर के मुकाबले पिछले 10 महीनों में सबसे ज्यादा मजबूती देखी गई है। सेंसेक्स ने 12 मई तक 1500 अंकों से भी ज़्यादा की रिकॉर्ड बढ़त दर्ज की है। तमाम एग्जिट पोल ने भाजपा नेता नरेंद्र मोदी को बहुमत के साथ प्रधानमंत्री घोषित कर दिया है।
ब्लैकरिज केपिटल एडवाईज़र्स के अध्यक्ष अरिंदम घोष ने एनडीटीवी से कहा कि बाज़ार एनडीए को 250 सीटों का अनुमान लगा रहा है जो कि स्थाई सरकार बनाने के आंकड़े के करीब है। यदि नतीजा त्रिशंकु संसद होता है तो विदेशी निवेश बाज़ार से तेज़ी से निकाला जाएगा जिसके वजह से बाज़ार में ज़बरदस्त गिरावट आ सकती है।
बैंक ऑफ अमेरिका के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष जयेश मेहता ने एनडीटीवी से कहा कि यदि लोकसभा परिणामों के नतीजे एग्जिट पोल से अलग हुए तो रुपये में ज़बरदस्त गिरावट आ सकती है और रुपया अगस्त 2012 के न्यूनतम स्तर 68.80
को छू सकता है।