आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन ने केंद्रीय बैंक की नीतिगत ब्याज दर अपरिवर्तित रखी पर साथ में यह संकेत दिया कि मौद्रिक नीति आगे भी नरम रखी जाएगी। उन्होंने कहा है कि मुद्रास्फीति ‘लक्ष्य के करीब पहुंच रही है’ ऐसे में दर कम करने का अवसर मिलेगा ताकि आर्थिक वृद्धि में मदद हो सके।
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर ने बैंक की अल्पकालिक ब्याज दर रेपो को 6.75 प्रतिशत पर स्थिर रखा। इसी के अनुसार रिवर्स रेपो दर भी 7.75 प्रतिशत पर बरकरार है। रेपो और रिवर्स रेपो वे दरें हैं, जिस पर केंद्रीय बैंक वाणिज्यिक बैंकों फौरी जरूरत के लिए नकदी उधार देता है या उनसे नकदी अपने पास जमा करता है।
राजन ने हालांकि नीतिगत ब्याज दर में कटौती का रुख बरकरार रखने का संकेत देते हुए कहा कि यदि बजट में वृद्धि को प्रोत्साहित करने के लिए पर्याप्त ढांचागत सुधार किए जाते हैं तो वह आर्थिक वृद्धि बढ़ाने के संबंध में सस्ता ऋण मुहैया कराने के लिए कदम बढ़ा सकता है।
आरबीआई ने कहा है कि ‘ रिजर्व बैंक ने इस समीक्षा में नीतिगत दर अपरिवर्तित रखी है पर उसका रुख नरम बना रहेगा और वह मुद्रास्फीति की स्थिति के आंकड़ों का इंतजार करेगा।