रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 2013-14 की चौथी तिमाही में 5,631 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया है, जो पिछले दो साल से अधिक में कंपनी का सबसे अधिक तिमाही मुनाफा है।
तिमाही के दौरान कंपनी का पेट्रोरसायन मार्जिन अच्छा रहा तथा रुपये के मूल्य में आई गिरावट से प्राकृतिक गैस कारोबार में कमजोरी की भरपाई निर्यात आय ने कर दी।
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने बयान में कहा कि चौथी तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 0.8 प्रतिशत बढ़कर 5,631 करोड़ रुपये या 17.4 रुपये प्रति शेयर रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 5,589 करोड़ रुपये या 17.3 रुपये प्रति शेयर रहा था।
कंपनी ने बयान में कहा कि तेल रिफाइनिंग से आय में 12.3 प्रतिशत का इजाफा हुआ, जबकि पेट्रोरसायन खंड की आमदनी 10.6 प्रतिशत बढ़ी। इससे तेल एवं गैस कारोबार के मुनाफे में आई 17.8 प्रतिशत की कमी की भरपाई हो गई।
गुजरात के जामनगर में सबसे बड़े तेल शोधन परिसर का परिचालन करने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज को तिमाही के दौरान प्रत्येक बैरल कच्चे तेल को ईंधन में बदलने पर 9.3 डॉलर का लाभ हुआ। एक साल पहले कंपनी का सकल रिफाइनिंग मार्जिन 10.1 डॉलर प्रति बैरल था, जबकि इससे पिछली तीन तिमाहियों में यह 7.60 डॉलर प्रति बैरल था। रुपये में कमजोरी से कंपनी की आमदनी बढ़ी।