भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने अपने आवास ऋण की ब्याज दर को घटाकर 9.45 प्रतिशत कर दिया है। वहीं, महिला ग्राहकों के लिए ब्याज दर घटाकर 9.4 प्रतिशत की गई है। रिजर्व बैंक द्वारा ब्याज दर की गणना की नई व्यवस्था लागू करने के बाद एसबीआई ने यह कदम उठाया है।
कोष की सीमान्त लागत के हिसाब से ब्याज दरें तय करने की व्यवस्था एक अप्रैल से प्रभाव में आ गई है। ऐसे में अन्य बैंकों की ब्याज दर भी घटने के आसार हैं। यदि बैंक रिजर्व बैंक द्वारा नीतिगत दरों में की गई 0.25 प्रतिशत की कटौती का लाभ ग्राहकों को देते हैं तो ब्याज दरें और घट सकती हैं।
एसबीआई की नई दरें एक अप्रैल से लागू होंगी। एसबीआई की वेबसाइट पर उपलब्ध सूचना के अनुसार पहले आवास ऋण पर ब्याज दर 9.55 प्रतिशत थी। महिला ग्राहकों के लिए यह 9.5 प्रतिशत थी। निजी क्षेत्र के आईसीआईसीआई बैंक ने भी नई व्यवस्था लागू होने के बाद अपने आवास ऋण की ब्याज दर 0.10 प्रतिशत घटाकर 9.4 प्रतिशत कर दी है।
आईसीआईसीआई बैंक की वेबसाइट के अनुसार उसकी न्यूनतम आवास रिण दर उसके प्रमुख प्रतिद्वंद्वी एसबीआई के समान हो गई है। हालांकि, आईसीआईसीआई बैंक की महिला खरीदारों के लिए फ्लोटिंग दर के हिसाब से 5 करोड़ रुपए से अधिक के कर्ज के लिए ब्याज दर 9.65 प्रतिशत होगी। वहीं कमजोर तबके के लिए 25 लाख रुपए तक के आवास ऋण के लिए ब्याज दर 9.40 प्रतिशत रहेगी।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)