डॉलर के मुकाबले रुपये में उतार-चढ़ाव पर अंकुश लगाने के लिए रिजर्व बैंक द्वारा उठाए गए कदमों से दरों में वृद्धि की चिंता के बीच बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 183 अंक टूट गया। ब्याज दर की दृष्टि से संवेदनशील बैंकिंग व वित्तीय कंपनियों के शेयरों में बिकवाली का विशेष जोर रहा।
तीस शेयरों वाला सेंसेक्स सुबह तेज गिरावट के साथ 368 अंक नीचे खुला पर बाद में काफी हद तक उबर गया। अंत में यह 183.25 अंक नीचे 19,851.23 अंक पर बंद हुआ।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 75.55 अंक टूटकर 5,955.25 अंक पर आ टिका, जबकि एमसीएक्स.एसएक्स का एसएक्स40 सूचकांक 85.33 अंक की गिरावट के साथ 11,854.7 अंक पर बंद हुआ।
ब्रोकरों ने कहा कि रिजर्व बैंक द्वारा रपये में गिरावट रोकने के लिए सोमवार रात उठाए गए कदमों के बाद बैंकिंग व वित्तीय क्षेत्र के शेयरों को लेकर निवेशकों की धारणा कमजोर हुई। आरबीआई ने बैंकों के लिए उधारी दर में बढ़ोतरी की और 12,000 करोड़ रुपये नकदी प्रवाह घटाने के उपाय किए।
उन्होंने कहा कि निवेशकों के बीच रिजर्व बैंक द्वारा इस महीने के अंत तक पहली तिमाही की मौद्रिक नीति में ब्याज दरें बढ़ाने को लेकर भी चिंता पैदा हुई। विदेशी बाजारों में नरमी के रुख से भी बाजार की धारणा कमजोर हुई।