बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स गुरुवार को 215 अंक टूटकर तीन सप्ताह के निचले स्तर 24,785.42 अंक पर आ गया। टिकाउ उपभोक्ता सामान, आईटी और बैंकिंग शेयरों में मुनाफावसूली से बाजार नीचे आया। इसके अलावा निवेशकों की निगाह कंपनियों के तिमाही नतीजों पर भी लगी है। इससे बाजार धारणा प्रभावित हुई।
नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी महत्वपूर्ण 7,600 अंक के स्तर से नीचे आया। ब्रोकरों ने कहा कि चौथी तिमाही के नतीजों से पहले निवेशकों ने सतर्कता का रुख अपनाया। इसके अलावा वैश्विक संकेतक भी मिलेजुले थे।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 24,998.79 अंक पर ऊपर खुलने के बाद 25,000 अंक के स्तर को पारकर दिन के उच्चस्तर 25,013.13 अंक तक गया।
हालांकि, कारोबार के मध्य में बिकवाली शुरू होने से सेंसेक्स नीचे आने लगा। अंत में सेंसेक्स 215.21 अंक या 0.86 प्रतिशत के नुकसान से 24,685.42 अंक पर बंद हुआ। यह 17 मार्च के बाद इसका सबसे निचला बंद स्तर है। सेंसेक्स की कंपनियों में अडाणी पोर्ट्स का शेयर 3.36 प्रतिशत के नुकसान से 217.10 रुपये पर आ गया। मारुति सुजुकी का शेयर 2.81 प्रतिशत टूटकर 3,471.65 रुपये का रह गया। एचडीएफसी में 2.58 प्रतिशत की गिरावट आई।
इसके अलावा एलएंडटी, आईटीसी लि., इन्फोसिस, विप्रो, टाटा स्टील, हिंद यूनिलीवर, आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई, बजाज ऑटो, भारती एयरटेल, एशियन पेंट्स के शेयर भी नुकसान में रहे। सेंसेक्स के 30 शेयरों में 18 नुकसान में रहे, जबकि भेल, कोल इंडिया, ल्यूपिन, डॉ. रेड्डीज, ओएनजीसी, आरआईएल और एनटीपीसी सहित 12 में नुकसान रहा। नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 67.90 अंक या 0.89 प्रतिशत के नुकसान से 7,546.45 अंक पर बंद हुआ।