बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स सोमवार को शुरुआती कमजोरी के रुख के बाद आखिर में 118 अंक की बढ़त के साथ 26,349 अंक पर बंद हुआ. इससे बाजार में दो दिन से चली आ रही गिरावट का सिलसिला थम गया. निवेशक बुधवार को रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा में नीतिगत दरों में कटौती की उम्मीद कर रहे हैं, जिससे यहां धारणा मजबूत हुई.
वाहन तथा धातु कंपनियों के शेयरों की वजह से बाजार उबर पाया. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 8,100 अंक के स्तर को पार कर गया. मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बुधवार को बैठक हो रही है जिसमें ब्याज दरों पर फैसला किया जाएगा. इसकी अंतिम घोषणा बुधवार को की जाएगी. वैश्विक मोर्चे पर इटली में जनमत संग्रह में मतदान 'नहीं' के पक्ष में रहने के बाद यूरोपीय बाजार सकारात्मक रुख के साथ खुले.
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 26,390.80 से 26,125.35 अंक के दायरे में घूमने के बाद अंत में 118.44 अंक या 0.45 प्रतिशत की बढ़त के साथ 26,349.10 अंक पर बंद हुआ. इससे पिछले दो सत्रों में सेंसेक्स 422 अंक टूटा था.
निफ्टी भी 41.95 अंक या 0.52 प्रतिशत की बढ़त के साथ 8,128.75 अंक पर पहुंच गया. कारोबार के दौरान यह 8,141.90 से 8,056.85 अंक के दायरे में रहा.
निक्की इंडिया सर्विसेज का खरीद प्रबंधक इंडेक्स (पीएमआई) नवंबर में घटकर 46.7 पर आ गया है. इससे रिजर्व बैंक द्वारा नीतिगत दरों में कटौती की गुंजाइश बढ़ी है.
जियोजित बीएनपी परिबा फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य बाजार रणनीतिकार आनंद जेम्स ने कहा, 'रिजर्व बैंक द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावना बढ़ने के बाद जोखिम लेने की इच्छा बढ़ी है. विशेष रूप से ब्याज दर संवेदनशील शेयरों में शॉर्ट कवरिंग हो रही है. यूरोपीय बाजार की मजबूती से भी यहां धारणा को बल मिला.
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