ADVERTISEMENT

बीते सप्ताह सेंसेक्स, निफ्टी में रही ढाई फीसदी की तेजी

देश के शेयर बाजारों में गत सप्ताह तेजी रही। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में इस दौरान ढाई फीसदी से अधिक उछाल देखी गई।
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit Desk
NDTV Profit हिंदी09:11 PM IST, 11 May 2013NDTV Profit हिंदी
NDTV Profit हिंदी
NDTV Profit हिंदी
Follow us on Google NewsNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदी

देश के शेयर बाजारों में गत सप्ताह तेजी रही। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में इस दौरान ढाई फीसदी से अधिक उछाल देखी गई।

बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 2.59 फीसदी या 506.98 अंकों की तेजी के साथ शुक्रवार को 20,082.62 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी इसी अवधि में 2.54 फीसदी या 150.75 अंकों की तेजी के साथ 6,094.75 पर बंद हुआ।

आलोच्य अवधि में सेंसेक्स के 30 में से 22 शेयरों में तेजी रही। टाटा मोटर्स (8.15 फीसदी), हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (8.01 फीसदी), आईटीसी (6.71 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (5.93 फीसदी) और टीसीएस (5.34 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। सेंसेक्स में गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे कोल इंडिया (5.72 फीसदी), सन फर्मा (4.98 फीसदी), एनटीपीसी (2.57 फीसदी), जिंदल स्टील (2.13 फीसदी) और सिप्ला (0.96 फीसदी)।

गत सप्ताह बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप में भी दो फीसदी से अधिक की तेजी रही। मिडकैप 2.25 फीसदी या 143.32 अंकों की तेजी के साथ 6,519.29 पर और स्मॉलकैप 2.22 फीसदी या 133.96 अंकों की तेजी के साथ 6,166.34 पर बंद हुआ।

गत सप्ताह बीएसई के 13 में से 12 सेक्टरों में तेजी रही। तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (4.23 फीसदी), वाहन (3.99 फीसदी), उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (3.38 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (3.25 फीसदी) और बैंकिंग (2.82 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। एक मात्र सेक्टर धातु (0.01 फीसदी) में गिरावट रही।

गत सप्ताह के प्रमुख घटनाक्रमों में वित्त मंत्री पी. चिदम्बरम ने मंगलवार को रेटिंग एजेंसी मूडीज से कहा कि भारत के विकास का दावा सही है और सरकार सब्सिडी घटाने तथा आर्थिक चुनौतियों से निपटने के लिए गंभीरतापूर्वक प्रयत्न कर रही है। उन्होंने रेटिंग एजेंसी के सामने साख रेटिंग बढ़ाने के लिए मजबूत पक्ष रखा। रेटिंग एजेंसी मूडीज के प्रतिनिधियों ने यहां देश की आर्थिक स्थिति का जायजा लेने के लिए नॉर्थ ब्लॉक में वित्त मंत्रालय के अधिकारियों से मुलाकात की थी।

सरकार ने मंगलवार को 262.55 करोड़ रुपये मूल्य के 17 प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) प्रस्तावों को मंजूरी दी। इसके तहत सबसे अधिक निवेश औषधि क्षेत्र में होगा। सैनोफी-सिंथेलाबो (इंडिया) लिमिटेड को 180 करोड़ रुपये एफडीआई हासिल करने की मंजूरी मिली।

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर डी. सुब्बाराव ने यहां गुरुवार को कहा कि वेब पोर्टल कोबरापोस्ट द्वारा धन की हेराफेरी को मामला उजागर किए जाने के बाद आरबीआई ने बैंकों की जांच पूरी कर ली है और यदि वे दोषी पाए जाएंगे, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

आरबीआई के केंद्रीय बोर्ड की यहां हुई बैठक के बाद सुब्बाराव ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "हमने जांच की है। हमने एक आंतरिक रिपोर्ट तैयार की है। जांच को अंजाम तक पहुंचाने के लिए एक प्रक्रिया से चलना होता है। पहला कदम यह है कि बैंकिंग नियमन और मितव्ययी बैंकिंग के प्रतिकूल गतिविधियों में शामिल एक-एक संस्थानों पर कार्रवाई होगी।"

आरबीआई ने कहा कि पश्चिम बंगाल के घोटाले को चिटफंड घोटाला कहा जाना गलत है, क्योंकि चिटफंड एक वैध गतिविधि है, जिसका नियंत्र आरबीआई करता है।

सुब्बाराव ने कहा, "पश्चिम बंगाल में जो हुआ वह एक सामूहिक निवेश घोटाला है, जिसका नियंत्रण भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) करता है। और सेबी इस मामले को देख रहा है।"

सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्यूफैक्च र्स (सियाम) के मुताबिक ऊंची ब्याज दर और महंगे ईंधन के बीच अप्रैल महीने में देश में कारों की बिक्री 10.43 फीसदी कम रही। अप्रैल 2013 में देश में कुल 1,50,789 कारें बिकीं, जबकि एक साल पहले 1,68,354 कारें बिकी थीं। साथ ही पिछले सम्पूर्ण कारोबारी साल में कारों की बिक्री 6.7 फीसदी घटी, जो एक दशक में पहली बार हुआ।

शुक्रवार को केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक देश का औद्योगिक उत्पादन पिछले कारोबारी साल 2012-13 में एक फीसदी बढ़ा, जो पिछले दो दशकों से कुछ अधिक समय में सबसे कम है। औद्योगिक उत्पादन में मार्च 2013 में 2.5 फीसदी वृद्धि दर्ज की गई। पिछले साल मार्च में औद्योगिक उत्पादन में 2.8 फीसदी गिरावट रही थी।

31 मार्च को समाप्त कारोबारी वर्ष के लिए दर्ज एक फीसदी औद्योगिक उत्पादन विकास दर 1991-92 के बाद से सबसे कम है, जब यह दर 0.6 फीसदी रही थी। 2011-12 में यह दर 2.9 फीसदी थी।

NDTV Profit हिंदी
लेखकNDTV Profit Desk
NDTV Profit हिंदी
फॉलो करें
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT