बैंक ऑफ बड़ौदा से 6,000 करोड़ रुपये अवैध रूप से हांगकांग भेजने के कथित मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नई दिल्ली में छह लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें बैंक ऑफ बड़ौदा की एक शाखा के दो अधिकारी भी शामिल हैं।
सीबीआई सूत्रों ने बताया कि बैंक ऑफ बड़ौदा की अशोक विहार स्थित शाखा में विदेशी मुद्रा विनिमय डिवीजन का कामकाज देखने वाले सहायक महाप्रबंधक (एजीएम) एसके गर्ग और जैनिश दुबे को गिरफ्तार किया गया है। दोनों को आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार निरोधक कानून के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया है।
वहीं दूसरी ओर प्रवर्तन निदेशालय ने एचडीएफसी बैंक के एक कर्मचारी सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है। ईडी ने अपने कार्यालय में लंबी गहन पूछताछ के बाद एचडीएफसी बैंक की विदेशी विनिमय शाखा में कार्यरत कमल कालरा को गिरफ्तार किया। इसके अलावा चंदन भाटिया, गुरचरण सिंह धवन और संजय अग्रवाल को भी गिरफ्तार किया गया है। इस बारे में एचडीएफसी बैंक को भेजे गए ई-मेल का जवाब नहीं मिला।
सूत्रों ने दावा किया कि एजेंसी के पास प्रथम दृष्टया उनकी कथित भूमिका और अवैध धन भेजे जाने से उन्हें हुए वित्तीय लाभ की जानकारी थी। अभी इनकी जांच चल रही है। दोनों अधिकारियों को इस मामले में गहन पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया है।
सीबीआई की एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि 59 चालू खाता धारकों और अज्ञात बैंक अधिकारियों ने साजिश कर विदेश में धन ट्रांसफर किया। ज्यादातर धन हांगकांग भेजा गया। करीब 6,000 करोड़ रुपये की राशि स्थापित बैंकिंग नियमों का उल्लंघन कर अवैध और अनियमित तरीके से भेजी गई। यह राशि ऐसे आयात के लिए भेजी गई, जो हुआ ही नहीं।