दलाल पथ पर इस साल आई जोरदार तेजी के बीच छोटे शेयरों ने निवेशकों को जोरदार रिटर्न दिया। रिटर्न देने के मामले में छोटी कंपनियों का प्रदर्शन बड़ी दिग्गज कंपनियों से बेहतर रहा है।
छोटी कंपनियों के शेयरों में 2014 में 60 प्रतिशत की तेजी आई। मई में नई सरकार के सत्ता संभालने के बाद निवेशकों की धारणा सुधरी है। पिछले साल मझोली व छोटी कंपनियों के शेयरों ने निवेशकों को अच्छा खासा नुकसान दिया था।
2014 में अभी तक बंबई शेयर बाजार की स्मॉल कैप कंपनियों के शेयरों में 60 प्रतिशत व मिडकैप में 45 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली है। दूसरी ओर ब्लूचिप या बड़ी कंपनियों ने इस अवधि में निवेशकों को 25 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। वर्ष 2013 में मिडकैप व स्मॉलकैप कंपनियों के शेयरों में 11 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई थी।
बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स इस साल 28 नवंबर को अपने सर्वकालिक उच्च स्तर 28,822.37 अंक को छू गया। मिडकैप सूचकांक 5 दिसंबर को 10,599.80 अंक के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंचा। वहीं इसी दिन स्मॉलकैप सूचकांक 11,595.28 के एक साल के उच्चस्तर पर पहुंचा।
बोनान्जा पोर्टफोलियो के उपाध्यक्ष (संस्थागत शेयर) योगेश नगांवकर ने कहा, भारतीय बाजार के लिए बेहतर परिदृश्य, कच्चे तेल कीमतों की गिरावट, नियंत्रित मुद्रास्फीति की वजह से छोटे कंपनियों के शेयरों ने अच्छी रफ्तार दिखाई।