मुंबई शेयर बाजार में पिछले चार दिन से चले आ रहे तेजी के सिलसिले पर गुरूवार को ब्रेक लगा तथा सेंसेक्स 33 अंक नीचे आ गया। अमेरिका के केन्द्रीय बैंक द्वारा मौद्रिक मोर्चे पर नरम रुख के संकेत नहीं मिलने से बैंकों तथा तेल एवं गैस कंपनियों के शेयरों में बिकवाली का दौर चला।
पिछले चार सत्रों में 620 अंक की बढ़त दर्ज करने वाला सेंसेक्स 33.02 अंक या 0.19 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,224.36 अंक पर आ गया। नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 12.75 अंक या 0.24 प्रतिशत के नुकसान के साथ 5,227.75 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के 30 शेयरों में टाटा मोटर्स, ओएनजीसी, सिप्ला और एसबीआई सहित 19 में गिरावट आई। वहीं एनटीपीसी, भेल, जिंदल स्टील, आईटीसी तथा बजाज आटो सहित 11 कंपनियों के शेयरों में लाभ दर्ज हुआ। रिलायंस इंडस्ट्रीज तथा इन्फोसिस जैसी बड़ी कंपनियों के शेयरों में भी गिरावट आई।
अमेरिकी केंद्रीय बैंक द्वारा अतिरिक्त प्रोत्साहन को लेकर कोई घोषणा नहीं होने से वैश्विक स्तर पर भी बाजार प्रभावित हुए।
मोतीलाल ओसवाल की सहायक उपाध्यक्ष तथा वरिष्ठ तकनीकी इक्विटी विश्लेषक शबनम अग्रवाल ने कहा कि वैश्विक स्तर पर उतार-चढ़ाव का दायरा निचले स्तर पर रहेगा।