बंबई शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला आज लगातार पांचवें कारोबारी सत्र में जारी रहा और 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 147.50 अंक के नुकसान से 18,471.37 अंक पर आ गया। अमेरिकी वित्तीय स्थिति को लेकर जारी चिंता के बीच कमजोर वैश्विक संकेतों से धातु तथा आईटी कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई।
पिछले चार कारोबारी सत्रों में 284 अंक गंवाने वाला सेंसेक्स कमजोर शुरुआत के बाद अन्य एशिया बाजारों की तर्ज पर और नीचे चला गया। एक समय दिन के निचले स्तर 18,408.69 अंक पर आने के बाद अंत में सेंसेक्स मामूली सुधार के साथ 147.50 अंक या 0.79 प्रतिशत के नुकसान के साथ 18,471.37 अंक पर बंद हुआ। 30 अक्तूबर के बाद यह सेंसेक्स का सबसे निचला स्तर है। उस दिन सेंसेक्स 18,430.85 अंक पर बंद हुआ था।
इसी के अनुरूप नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 35.95 अंक या 0.63 प्रतिशत के नुकसान के साथ 5,631 अंक पर आ गया।
ब्रोकरों ने कहा कि एशियाई बाजारों के कमजोर संकेतों तथा यूरोपीय बाजारों की कमजोर शुरुआत से कारोबारी धारणा प्रभावित हुई।
आईटी कंपनियों के शेयरों में अच्छी खासी गिरावट रही। इन्फोसिस, विप्रो और टीसीएस के शेयर 1.9 से 2.2 प्रतिशत की गिरावट में रहे।
धातु कंपनियों के शेयरों में भी गिरावट आई। सेंसेक्स की 30 कंपनियों में सबसे ज्यादा 2.66 प्रतिशत की गिरावट टाटा स्टील के शेयर में आई। हिंडाल्को और जिंदल स्टील के शेयरों में 1.8 से 2.3 प्रतिशत का नुकसान रहा।