कंपनियों के उत्साहजनक नतीजों से बंबई शेयर बाजार में मंगलवार को पांच दिन में पहली बढ़त दर्ज की गई तथा सेंसेक्स 75 अंक ऊपर बंद हुआ। हालांकि, अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा जून की शुरुआत में ब्याज दरों में बढ़ोतरी की संभावना से बाजार में आशंका बनी हुई है।
यूरोपीय बाजारों की मजबूत शुरुआत तथा एशियाई बाजारों के मिलेजुले रुख से घरेलू बाजार को भी कुछ राहत मिली। ब्रोकरों ने कहा कि टाटा पावर और नेशनल फर्टिलाइजर्स के मार्च तिमाही के मजबूत नतीजों से भी यहां धारणा को बल मिला। हालांकि, अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में वृद्धि की संभावना से निवेशकों में सतर्कता का रुख कायम है।
ऊंची ब्याज दर से भारत सहित अन्य उभरते बाजारों में पूंजी प्रवाह में कमी आ सकती है। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में नीचे जाने के बाद मूल्यवर्धन की खरीदारी तथा यूरोपीय बाजारों की मजबूत शुरुआत से अंत में 75.11 अंक या 0.30 प्रतिशत के लाभ से 25,305.47 अंक पर बंद हुआ। सेबी द्वारा पी-नोट्स का दुरुपयोग रोकने के लिए दिशानिर्देशों को कड़ा किए जाने से विदेशी कोषों की निकासी से पिछले चार सत्रों में सेंसेक्स 549 अंक टूटा था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 17.80 अंक या 0.23 प्रतिशत की बढ़त के साथ 7,748.85 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 7,715.80 से 7,761.55 अंक के दायरे में रहा। मार्च तिमाही में बेहतर नतीजों की वजह से टाटा पावर और नेशनल फर्टिलाजर्स के शेयरों में तीन प्रतिशत तक का उछाल आया। वहीं ब्रेड के नमूनों में कैंसर पैदा करने वाले रसायन पाए जाने की खबरों से जुबिलेंट फूडवर्क्स तथा ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज के शेयरों में 4.45 प्रतिशत की गिरावट आई।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)