ग्रीस कर्ज संकट के कारण बाजार में गिरावट दर्ज किए जाने के एक दिन बाद मंगलवार को देश के शेयर बाजारों में मजबूती दर्ज की गई। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 135.68 अंकों की मजबूती के साथ 27,780.83 पर और निफ्टी 50.10 अंकों की मजबूती के साथ 8,368.50 पर बंद हुआ।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 17.76 अंकों की कमजोरी के साथ 27,627.39 पर खुला और 135.68 अंकों या 0.49 फीसदी मजबूती के साथ 27,780.83 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 27,814.53 के ऊपरी और 27,570.95 के निचले स्तर को छुआ।
सेंसेक्स के 30 में से 18 शेयरों में मजबूती रही। कोल इंडिया (3.11 फीसदी), टाटा स्टील (3.04 फीसदी), ल्युपिन (2.97 फीसदी), सन फार्मा (2.89 फीसदी) और हिंदुस्तान यूनिलीवर (1.82 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही।
सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे टीसीएस (1.59 फीसदी), विप्रो (1.41 फीसदी), गेल (1.28 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (1.08 फीसदी) और हीरो मोटोकॉर्प (1.07 फीसदी)।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 2.05 अंकों की कमजोरी के साथ 8,316.35 पर खुला और 50.10 अंकों या 0.60 फीसदी मजबूती के साथ 8,368.50 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 8,378.00 के ऊपरी और 8,298.95 के निचले स्तर को छुआ।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) कर्ज के एक किस्त को मंगलवार की समय सीमा के अंदर चुका पाने की ग्रीस की जगजाहिर अक्षमता के कारण बाजार में सोमवार को गिरावट दर्ज की गई थी।
ग्रीस सरकार ने कर्ज की अगली खेप पाने के लिए पेश की जा रही शर्तो को स्वीकार करने पर देश में पांच जुलाई को जनमत संग्रह कराने का फैसला किया है। पिछले कर्ज के एक हिस्से की वापसी हालांकि उससे पहले 30 जून को ही की जानी है, जिसमें संशय बना हुआ है। ग्रीस यदि कर्ज चुका पाने में असफल रहता है, तो उसे यूरोपीय संघ से बाहर भी होना पड़ सकता है।
ग्रीस ने 4 जून को आईएमएफ को 30 करोड़ यूरो के कर्ज के एक किस्त को चुकाने की तिथि आगे बढ़ा दी थी।
विश्लेषकों ने कहा कि ग्रीस संकट के भावी घटनाक्रमों का अनुमान निवेशकों ने पहले ही लगा लिया है और उसके अनुरूप अपने पोर्टफोलियो में तब्दीली कर ली है, इसलिए मंगलवार को बाजार में गिरावट नहीं दिखी।
कोटक सिक्योरिटीज के प्राइवेट क्लाइएंट ग्रुप रिसर्च के प्रमुख दीपेन शाह ने आईएएनएस से कहा, "निवेशकों को उम्मीद है कि जनमत संग्रह से संकट का हल निकल जाएगा। इसलिए बाजार में गिरावट नहीं आई, बल्कि थोड़ी तेजी ही रही।"
जनमत संग्रह तक ग्रीस के बैंकों में जबरन अवकाश घोषित कर दिया गया है और वित्तीय नियंत्रण लागू कर दिया गया है। इस बीच यूरोपीय केंद्रीय बैंक ने ग्रीस के बैंकों को आपात ऋण की सुविधा स्थगित कर दी है।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में मिला-जुला रुख रहा। मिडकैप 139.86 अंकों की मजबूती के साथ 10,679.99 पर और स्मॉलकैप 116.79 अंकों की मजबूती के साथ 11,075.35 पर बंद हुआ।
बीएसई के 12 में से 10 सेक्टरों में मजबूती दर्ज की गई, जिनमें स्वास्थ्य सेवा (2.11 फीसदी), तेज खपत उपभोक्ता वस्तु (2.02 फीसदी), उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (1.90 फीसदी), धातु (1.73 फीसदी) और वाहन (0.56 फीसदी) में सर्वाधिक मजबूती रही।
बीएसई के दो सेक्टरों सूचना प्रौद्योगिकी (0.83 फीसदी) और प्रौद्योगिकी (0.26 फीसदी) में गिरावट दर्ज की गई।
बीएसई में कारोबार का रुझान सकारात्मक रहा। कुल 1,730 शेयरों में तेजी और 960 में गिरावट दर्ज की गई, जबकि 131 शेयरों के भाव में कोई परिवर्तन नहीं हुआ।