पेट्रोलियम सब्सिडी में भारी कमी के चलते खाद्य, उर्वरक और पेट्रोलियम की सब्सिडी वित्त वर्ष 2015-16 में 10 प्रतिशत से ज्यादा घटकर 2.27 लाख करोड़ रुपये रहेगी।
संसद में पेश आम बजट के अनुसार खाद्य, पेट्रोलियम और उर्वरक सब्सिडी बिजली 2015-16 में 2,27,387.56 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। वित्त वर्ष 2014-15 के संशोधित अनुमानों के अनुसार सब्सिडी खर्च 2,53,913.12 करोड़ रुपये रहा।
सरकार ने अगले वित्त वर्ष में खाद्य सब्सिडी के लिए 1,24,419 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है, जबकि मौजूदा वित्त वर्ष इसका संशोधित अनुमान 1,22,675.81 करोड़ रुपये है। कुल खाद्य सब्सिडी में से 65,000 करोड़ रुपये राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के कार्यान्वयन के लिए हैं।
वहीं अगले वित्त वर्ष में उर्वरक सब्सिडी 72,968.56 करोड़ रुपये रहेगी, जो कि इस साल में 70,967.31 करोड़ रुपये अनुमानित है। उर्वरक सब्सिडी में सरकार ने घरेलू यूरिया के लिए 38,300 करोड़ रुपये, आयातित यूरिया के लिए 12,300 करोड़ रुपये व पीएंडके उर्वरकों के लिए 22,468.56 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। पेट्रोलियम सब्सिडी को 2015-16 के लिए घटाकर 30,000 करोड़ रुपये कर दिया गया है, जो कि मौजूदा वित्त वर्ष में अनुमानित 60,270 करोड़ रुपये है।