वायदा एवं विकल्प (एफएंडओ) सौदे की परिपक्वता के कारण आगामी सप्ताह शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा। वायदा एवं विकल्प सौदे की परिपक्वता गुरुवार 27 नवंबर को है।
आगामी सप्ताह में विदेशी संस्थागत निवेश के आंकड़ों, वैश्विक बाजारों के रुझान, डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल और तेल के मूल्य पर निवेशकों की नजर बनी रहेगी। बाजार के निवेशकों की निगाह आगामी सप्ताह में संसद के शीतकालीन सत्र पर भी टिकी रहेगी।
संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार 24 नवंबर को शुरू होने जा रहा है, जो 23 दिसंबर को समाप्त होगा। इस सत्र में आर्थिक महत्व के कई विधेयकों से संबंधित घटनाक्रमों पर निवेशकों की निगाह रहेगी। इस सत्र में बीमा कानून (संशोधन) विधेयक, भूमि अधिग्रहण एवं पुनर्वास व पुनर्स्थापना जैसे विधेयकों को पारित कराने की कोशिश की जा सकती है। सरकार वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) संविधान संशोधन विधेयक पर भी कदम आगे बढ़ा सकती है।
सरकार शुक्रवार 28 नवंबर को मौजूदा कारोबारी साल की दूसरी तिमाही की विकास दर के आंकड़े जारी करेगी। प्रथम तिमाही में विकास दर 5.7 फीसदी रही थी।
निवेशकों की निगाह आगामी सप्ताह में कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमत पर भी टिकी रहेगी। हाल के महीनों में तेल मूल्य में काफी गिरावट दर्ज की गई है। इसी का फायदा उठाते हुए सरकार ने डीजल मूल्य को नियंत्रण मुक्त भी कर दिया है। कच्चे तेल की कीमत घटने से सरकार को चालू खाता घाटा और ईंधन महंगाई दर कम करने में मदद मिलेगी। देश को अपनी जरूरत का 80 फीसदी तेल आयात करना पड़ता है।
भारतीय रिजर्व बैंक सोमवार को दूसरी तिमाही के लिए चालू खाता घाटा से संबंधित आंकड़े जारी करेगा। प्रथम तिमाही में चालू खाता घाटा 1.7 फीसदी रहा, जो एक साल पहले प्रथम तिमाही में 4.8 फीसदी था।
भारतीय रिजर्व बैंक दो दिसंबर को मौद्रिक नीति की समीक्षा करने वाला है। रिजर्व बैंक पर ब्याज दरों में कटौती करने का दबाव है, क्योंकि गत सप्ताह जारी आंकड़ों के मुताबिक थोक और उपभोक्ता महंगाई दर दोनों में गिरावट दर्ज की गई है। लेकिन इसके साथ ही औद्योगिक उत्पादन में हुई वृद्धि से रिजर्व बैंक सख्त मौद्रिक नीति पर बने रहने के लिए आश्वस्त रह सकता है।
गुरुवार 27 नवंबर को पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) की वियना में बैठक होने वाली है, जिसमें पेट्रोलियम उत्पादन के लक्ष्यों की समीक्षा की जाएगी।
मंगलवार 25 नवंबर को जर्मनी अपनी तीसरी तिमाही के लिए विकास दर के आंकड़े जारी करेगा। इसी दिन अमेरिका भी तीसरी तिमाही के लिए विकास दर के आंकड़े जारी करेगा।